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तालचेर में केंद्रीय मंत्री ने किया एक पेड़ मां के नाम 2.0 अभियान का शुभारंभ
अनुगूल। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज ओडिशा के तालचेर स्थित हांडिधुआ गांव के खेल मैदान और गोपाल प्रसाद रिजर्व फॉरेस्ट में एक पेड़ मां के नाम 2.0 अभियान तथा 76वें वन महोत्सव-2025 के अवसर पर पौधरोपण कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
इस अवसर पर उन्होंने स्कूली छात्रों, सामाजिक संगठनों और स्थानीय नागरिकों के साथ मिलकर पौधारोपण किया और अनुगूल जिले में आगामी 10 वर्षों तक प्रतिवर्ष 10 लाख पौधे लगाने का संकल्प लेने की अपील की।
प्रधान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना पर आधारित एक पेड़ मां के नाम एक भावनात्मक और प्रेरणादायक विचार है, जिसका उद्देश्य प्रकृति माता को संरक्षण देना है। इस अभियान का दूसरा चरण आज से आरंभ हो चुका है। उन्होंने इसे एक ऐसी पहल बताया जो पर्यावरण संरक्षण और भावी पीढ़ियों के लिए एक स्थायी भविष्य सुनिश्चित करने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
प्रदूषण नियंत्रण के लिए पौधरोपण में भाग लें
उन्होंने कहा कि अनुगूल और तालचेर जैसे क्षेत्र कोयला उत्पादन के प्रमुख केंद्र हैं, जिससे पर्यावरण प्रदूषण की समस्या भी बढ़ी है। देश की ऊर्जा आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए कोयला उत्पादन आवश्यक है, लेकिन इसके साथ-साथ पर्यावरण की सुरक्षा भी उतनी ही जरूरी है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि प्रदूषण नियंत्रण के लिए सभी को पौधरोपण में भाग लेना चाहिए।
अनुगूल को हरित जिले में विकसित करने का आह्वान
प्रधान ने स्कूलों, कॉलेजों, युवाओं, सरकारी संस्थाओं, महिलाओं और स्वयंसेवी संगठनों से एक पेड़ माँ के नाम 2.0 अभियान में सक्रिय भागीदारी करने और अनुगूल को एक हरित जिले के रूप में विकसित करने का आह्वान किया।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष अनुगूल वन प्रभाग के तहत पिछले वर्ष की तुलना में दोगुना यानी 7.5 लाख पौधे लगाने की योजना है। सितंबर तक कुल 10 लाख पौधे लगाए जाएंगे और आने वाले 10 वर्षों तक इस परंपरा को बनाए रखने का संकल्प लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पौधों की देखभाल और इस अभियान को जनआंदोलन का रूप देना आवश्यक है।
विभिन्न सेवाओं का उद्घाटन
इस मौके पर प्रधान ने अनुगूल वन विभाग की विभिन्न पहलों जैसे – मोबाइल नर्सरी वैन, सूचना रथ, ‘हरित अनुगूल’ मोबाइल ऐप, वन्यजीव बचाव ट्रक, वन विभाग की वेबसाइट और अन्य डिजिटल पोर्टल्स का भी उद्घाटन किया।
उन्होंने पौधरोपण अभियान को जनआंदोलन में बदलने और आम जनता के बीच पर्यावरणीय जागरूकता फैलाने के इन प्रयासों की सराहना की।