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टोनी ब्लेयर संस्थान और आईआईटी कानपुर के सहयोग से ओडिशा में ऐतिहासिक ऊर्जा सम्मेलन
भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार इस वर्ष के अंत तक ऊर्जा मंत्रियों का राष्ट्रीय कॉन्क्लेव आयोजित करेगी, जिसमें पूरे देश के ऊर्जा मंत्री भाग लेंगे। यह सम्मेलन टोनी ब्लेयर इंस्टीट्यूट और आईआईटी कानपुर के सहयोग से आयोजित किया जाएगा। इसका उद्देश्य ऊर्जा क्षेत्र में नवाचार, नीति निर्माण और ऊर्जा संक्रमण के लिए एक प्रभावी रूपरेखा विकसित करना है। इस संबंध में एक तैयारी बैठक ओडिशा के उपमुख्यमंत्री एवं ऊर्जा मंत्री कणक वर्धन सिंह देव की अध्यक्षता में आयोजित की गई। उल्लेखनीय है कि इस उद्देश्य के लिए पिछले जून माह में नई दिल्ली में ओडिशा सरकार और टोनी ब्लेयर इंस्टीट्यूट के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे। उपमुख्यमंत्री सिंह देव ने बैठक में कहा, “प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में 2047 तक विकसित भारत की नींव रखी जा चुकी है, जिसमें ऊर्जा क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। सरकार जलवायु अनुकूल रणनीति पर कार्य कर रही है और कार्बन उत्सर्जन को कम कर नेट-ज़ीरो कार्बन लक्ष्य की दिशा में अग्रसर है। राज्य पारंपरिक स्रोतों से हटकर सौर ऊर्जा, पंप स्टोरेज परियोजनाएं, ग्रीन एनर्जी जैसे नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों की ओर बढ़ रहा है। इसमें टोनी ब्लेयर इंस्टीट्यूट तकनीकी सहयोग देगा।
बैठक में ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव विशाल कुमार देव, टोनी ब्लेयर इंस्टीट्यूट के निदेशक श्री विवेक अग्रवाल, एन. सागर, अमर ज्योति मोहापात्रा, ग्रिडको के एमडी त्रिलोचन पांडा, तथा अतिरिक्त सचिव सईदत्त बिप्लव केसरी भी उपस्थित थे।