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ओडिशा में बाढ़ से स्वास्थ्य आपातकाल

  •  सरकार ने केंदुझर, बालेश्वर और मयूरभंज जिलों में भेजीं विशेषज्ञ टीमें

भुवनेश्वर। ओडिशा में हालिया बाढ़ के बाद डायरिया और जलजनित रोगों की आशंका को देखते हुए राज्य सरकार ने केंदुझर, बालेश्वर और मयूरभंज जिलों में विशेष स्वास्थ्य टीमें भेजी हैं। इन टीमें का उद्देश्य स्वास्थ्य स्थितियों की निगरानी करना, स्थानीय प्रशासन को समर्थन देना और रोगों की रोकथाम के लिए ज़रूरी कदम उठाना है।
केंदुझर में डायरिया नियंत्रण की जिम्मेदारी डॉ प्रमिला बराल को राज्य सरकार की ओर से अतिरिक्त लोक स्वास्थ्य निदेशक डॉ प्रमिला बराल के नेतृत्व में एक विशेष टीम को केंदुझर जिले में तैनात किया गया है। डॉ बराल जमीन पर हालात की बारीकी से निगरानी कर रही हैं, खासकर जलजनित और खाद्यजनित रोगों पर।
वे जिला प्रशासन के साथ समन्वय करते हुए डायरिया की रोकथाम के लिए जनजागरूकता, जल स्रोतों का कीटाणुशोधन, ओआरएस, आईवी फ्लूइड, एंटीबायोटिक और हैलाज़ोन टैबलेट्स जैसी आवश्यक सामग्रियों की उपलब्धता की समीक्षा कर रही हैं। साथ ही, लैब टेस्टिंग गतिविधियों की भी निगरानी की जा रही है।
बालेश्वर और मयूरभंज में तैनात हुई डॉ विनय दास महापात्र की टीम
स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ विनय दास महापात्र के नेतृत्व में दूसरी टीम को बालेश्वर और मयूरभंज जिलों में भेजा गया है। यह टीम बाढ़ से उत्पन्न स्वास्थ्य खतरों की समीक्षा कर रही है, खासतौर पर जलजनित रोग और सर्पदंश की घटनाओं को रोकने के लिए।
डॉ महापात्र यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों में आवश्यक जीवनरक्षक दवाएं, ओआरएस, आईवी फ्लूइड, एंटीबायोटिक, हैलाज़ोन टैबलेट्स और एंटी स्नेक वेनम की उपलब्धता बनी रहे।
राज्य सरकार पूरी तरह सतर्क
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि राज्य सरकार मौजूदा आपातकालीन स्थिति में जनस्वास्थ्य की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। स्वास्थ्य टीमों के माध्यम से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में समय पर, समन्वित और प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है।
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