-
ओड्राफ की तैनाती से 8,000 से अधिक लोगों का रेस्क्यू
भुवनेश्वर। उत्तर ओडिशा के बालेश्वर और मयूरभंज जिलों में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते सुवर्णरेखा, बूढ़ाबलंग और जलका जैसी प्रमुख नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है, जिससे बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। हालात को देखते हुएओडिशा डिजास्टर रैपिड एक्शन फोर्स (ओड्राफ) की टीमें प्रभावित क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं।
ओड्राफ टीमें 24 घंटे लगातार कार्य कर रही हैं और जलमग्न व दुर्गम इलाकों से लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। अब तक दोनों जिलों के 18 प्रखंडों से 8,191 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया है और राहत शिविरों में पहुंचाया गया है।
बचाव कार्य ओडिशा अग्निशमन सेवा के साथ तालमेल में किया जा रहा है, जिससे राउंड-द-क्लॉक आपातकालीन सेवा सुनिश्चित हो रही है। यह अभियान डॉ. सत्यजीत नायक, आईपीएस, डीआईजी (पूर्वांचल रेंज) की प्रत्यक्ष निगरानी में संचालित हो रहा है, जो बालेश्वर में स्थिति का जायजा ले रहे हैं।
बालेश्वर जिले के बालीपाल, भोगराई, बस्ता, कमरदा और सिंगला क्षेत्रों में बाढ़ का सबसे अधिक प्रभाव देखा गया है, जहां से 2,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाला गया है।
वहीं, मयूरभंज जिले के सारसकना, रसगोविंदपुर, बड़ा साहि, बेतनटी और बारिपदा जैसे इलाकों में गंभीर जलभराव देखा गया है, जहां से 6,000 से अधिक नागरिकों को बचाया गया है और उन्हें अस्थायी राहत शिविरों में पहुंचाया गया है।
ओड्राफ के जवान दिन-रात राहत कार्यों में तैनात हैं और निचले इलाकों में फंसे लोगों को सतर्क कर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
स्थिति से निपटने के लिए मयूरभंज में 6 ओड्राफ टीमें और बालेश्वर में 5 ओड्राफ टीमें तैनात की गई हैं। ये टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन, राहत सामग्री वितरण और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में जुटी हुई हैं।
राज्य सरकार और आपदा प्रबंधन विभाग स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए हैं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।