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तीन आरोपी गिरफ्तार, एक भाजपा पार्षद भी शामिल
भुवनेश्वर। भुवनेश्वर नगर निगम (बीएमसी) के अतिरिक्त आयुक्त रत्नाकर साहू पर हुए हमले के बाद ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने दोषियों के खिलाफ सख्त और निष्पक्ष कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा है कि राजनीतिक संबद्धता के आधार पर किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। इस मामले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें एक भाजपा पार्षद भी शामिल है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में भाजपा पार्षद जीवन राउत, रश्मि महापात्र और देवाशीष प्रधान शामिल हैं। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (बीएनएस) की कई गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिनमें 333, 132, 121(1), 121(2), 109, 351(2), 62, 140(2), 304, 54, 61(2), 189(2), 190, और 3(5) शामिल हैं। रिपोर्ट के अनुसार, तीनों आरोपियों को बाद में एफआईआर के अनुसार कानून की सख्त धाराओं के तहत अदालत में भेज दिया गया। इस बीच, आगे की जांच चल रही है, जबकि अन्य व्यक्तियों की संलिप्तता का पता लगाया जा रहा है।
आरोपी को छोड़ा नहीं जाएगा – मोहन
मुख्यमंत्री ने इस गंभीर घटना पर तुरंत संज्ञान लेते हुए पुलिस और प्रशासन को कठोर और निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी आरोपी को छोड़ा नहीं जाएगा, चाहे उसका संबंध किसी भी दल या संगठन से क्यों न हो।
हमले की मंशा अभी स्पष्ट नहीं
हमले के पीछे की मंशा अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है, लेकिन प्राथमिक जांच में सामने आया है कि आरोपी भाजपा युवा मोर्चा से जुड़े हुए हैं। आरोप है कि अधिकारी को पीटने के बाद अपहरण की कोशिश भी की गई थी और इस साजिश का मुख्य सूत्रधार भाजपा पार्षद जीवन राउत बताया जा रहा है।
गृह और शहरी विकास मंत्री ने की निंदा
इस बीच, गृह और शहरी विकास मंत्री कृष्ण चंद्र महापात्र ने इस हमले को बेहद निंदनीय और विचलित करने वाला बताया। उन्होंने कहा कि इस घटना ने न सिर्फ मुझे, बल्कि पूरी प्रशासनिक व्यवस्था को झकझोर दिया है। जो भी दोषी होंगे, उन्हें कानून के तहत सजा मिलेगी।
बीजद ने भाजपा पर निशाना साधा
इस पूरे घटनाक्रम में बीजद ने भाजपा पर निशाना साधते हुए राजनीतिक हमले का आरोप लगाया है, जबकि राज्य सरकार का कहना है कि उसका पूरा फोकस कानून-व्यवस्था बनाए रखने और दोषियों पर कार्रवाई करने पर है।
हालांकि सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है और सार्वजनिक अधिकारियों को कार्यस्थल पर सुरक्षित और सम्मानजनक माहौल देना सरकार की जिम्मेदारी है। फिलहाल पुलिस जांच जारी है और बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
ओएएस अधिकारियों की सामूहिक अवकाश योजना स्थगित
भुवनेश्वर नगर निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी पर कथित हमले के विरोध में प्रस्तावित सामूहिक अवकाश को ओडिशा प्रशासनिक सेवा संघ ने मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी के आश्वासन के बाद स्थगित कर दिया है।
मुख्यमंत्री ने सोमवार देर रात की बैठक
मुख्यमंत्री माझी ने सोमवार देर रात मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक, पुलिस आयुक्त सहित शीर्ष अधिकारियों के साथ ओएएस संघ के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। इस बैठक में मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि घटना में शामिल सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, चाहे उनका कोई भी प्रभाव या रसूख हो।
मुख्यमंत्री की कानूनी प्रक्रिया पर भरोसा रखने की अपील बाद ओएएस संघ ने 1 जुलाई से शुरू होने वाली सामूहिक अवकाश की योजना को फिलहाल स्थगित करने का निर्णय लिया। हालांकि संघ ने यह स्पष्ट किया कि उनका विरोध पूरी तरह से वापस नहीं लिया गया है।
जन शिकायत निवारण बैठक के दौरान हमला
उल्लेखनीय है कि बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त रत्नाकर साहू पर हुए हमले के विरोध में ओएएस अधिकारियों ने सामूहिक अवकाश का आह्वान किया था। यह घटना बीएमसी कार्यालय में एक जन शिकायत निवारण बैठक के दौरान हुई थी, जब कुछ लोगों ने वरिष्ठ अधिकारी पर शारीरिक हमला कर दिया।
ओएएस संघ ने प्रस्ताव पारित किया
ओएएस संघ ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए एकमत से प्रस्ताव पारित किया था, जिसमें दोषियों को उदाहरणात्मक सजा देने और सरकारी अधिकारियों की कार्यस्थलों पर सुरक्षा बढ़ाने की मांग की गई थी। इस बीच, कमिश्नरेट पुलिस ने मामले में प्राथमिकी दर्ज कर ली है और अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।