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ओडिशा क्राइम ब्रांच की चेतावनी
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अब तक 23 फर्जी होटल वेबसाइटों की पहचान
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15 वेबसाइटों को किया ब्लॉक
भुवनेश्वर। पुरी में रथयात्रा के अवसर पर जब देशभर से हजारों श्रद्धालु और पर्यटक ओडिशा का रुख कर रहे हैं, तब ओडिशा अपराध अन्वेषण विभाग की साइबर क्राइम यूनिट ने एक महत्वपूर्ण चेतावनी जारी की है। विभाग ने आम जनता को आगाह किया है कि साइबर अपराधी फर्जी होटल वेबसाइटों के जरिए भोले-भाले यात्रियों को ठगने की कोशिश कर रहे हैं।
सीआईडी द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, साइबर ठग ऐसी नकली वेबसाइटें बना रहे हैं जो दिखने में, ब्रांडिंग में और यहां तक कि यूआरएल के नाम में भी असली होटल वेबसाइट जैसी होती हैं। ये फर्जी पोर्टल गूगल सर्च के टॉप रिजल्ट में दिखते हैं और पर्यटकों को भारी छूट का झांसा देकर फंसाते हैं।
यह धोखाधड़ी विशेष रूप से उन पर्यटकों को निशाना बनाती है, जो आपात स्थिति में होटल की बुकिंग कर रहे होते हैं। जैसे ही पीड़ित को लगता है कि वेबसाइट असली है, उससे यूपीआई, डिजिटल वॉलेट या बैंक ट्रांसफर के माध्यम से पूरा भुगतान करवा लिया जाता है। इसके बाद उन्हें नकली बुकिंग कन्फर्मेशन भेज दिया जाता है, जिससे उन्हें आर्थिक रूप से बड़ा नुकसान उठाना पड़ता है।
साइबर क्राइम यूनिट की सोशल मीडिया टीम इस बार विशेष सतर्कता में है। पिछले वर्ष कई लोग ऐसे ही फर्जीवाड़ों का शिकार हुए थे। इस वर्ष 22 जून 2025 से शुरू हुए एक विशेष अभियान के तहत टीम ने अब तक 23 फर्जी होटल वेबसाइटों की पहचान की है, जिनमें से 15 वेबसाइटों को ब्लॉक किया जा चुका है और शेष के विरुद्ध कार्रवाई जारी है। यह विशेष अभियान “सोनावेश” (रथों की वापसी यात्रा) तक जारी रहेगा।
इसके अतिरिक्त, टीम नियमित रूप से एक आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल (ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम) पर साइबर सुरक्षा से जुड़ी जागरूकता और अलर्ट साझा कर रही है।