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पौधरोपण के शहर के रूप में सम्बलपुर की नई पहचान बनाई जाएगी – धर्मेन्द्र प्रधान
सम्बलपुर। देश में “पौधरोपण के शहर” के रूप में सम्बलपुर की नई पहचान बनाई जाएगी। जैसे मां समलेश्वरी, नुआखाई, शीतलषष्ठी और महानदी सम्बलपुर की सांस्कृतिक पहचान बन चुके हैं, उसी प्रकार अब इसे पेड़ लगाने वाले शहर के रूप में भी जाना जाए । केंद्रीय शिक्षा मंत्री एवं सम्बलपुर सांसद धर्मेन्द्र प्रधान ने आज संबलपुर में लोगों से यह आह्वान किया।
शनिवार को सम्बलपुर के पोतापाली क्षेत्र में “एक पेड़ मां के नाम 2.0” अभियान के अंतर्गत आयोजित वन महोत्सव एवं वृहत पौधरोपण कार्यक्रम में भाग लेते हुए श्री प्रधान ने यह संदेश दिया। उन्होंने सभी वर्गों बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को मां के नाम पर कम से कम एक पौधा लगाने का आग्रह किया।
इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ने सामाजिक संगठनों, शैक्षणिक संस्थानों के छात्र-छात्राओं, स्वयंसेवकों, महिलाओं और अन्य गणमान्य लोगों के साथ मिलकर बुर्ला सेक्शन के पोतापाली वृक्षारोपण स्थल पर पेड़ लगाया। इस अवसर पर उन्होंने आम जनता के साथ मिलकर पर्यावरण संरक्षण, जंगल, नदियाँ, तालाब और वन्यजीवों की सुरक्षा की शपथ भी दिलाई।
प्रधान ने संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में शिक्षा मंत्रालय द्वारा देशव्यापी “एक पेड़ मां के नाम 2.0 अभियान” की शुरुआत विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर की गई है। इस अभियान के दूसरे चरण में पूरे देश में 10 करोड़ पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने बताया कि वृक्षारोपण के माध्यम से पर्यावरण की रक्षा करना और आम लोगों में पेड़ लगाने के प्रति जागरूकता फैलाना ही इस अभियान का मूल उद्देश्य है। इसी भावना से सम्बलपुर में 1 लाख पेड़ लगाने का लक्ष्य तय किया गया है, जिसे 5 जून से 31 अगस्त के बीच पूरा करने की योजना बनाई गई है। इस प्रयास के लिए श्री प्रधान ने जिला प्रशासन और वन विभाग की सराहना की।
प्रधान ने कहा कि सम्बलपुर को एक स्वच्छ, सुंदर और हरित शहर बनाने के लिए “मां के नाम एक पेड़” अभियान को जन आंदोलन में बदलना होगा। अगस्त माह के अंत तक शहर में 1 लाख पौधे लगाए जाएँगे। शाल, पियासाल, सागौन, कृष्णचूड़ा आदि किस्मों के पौधे लगाए जाएंगे। सड़कों के किनारे, स्कूलों, कॉलेजों, कार्यालयों और अन्य स्थलों पर पौधारोपण कर सम्बलपुर को हरित नगर में बदला जाएगा।
मां के नाम पर एक पौधा लगाना “मिशन ग्रीन सम्बलपुर” को साकार करना है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन और वन विभाग के साथ सहयोग करते हुए वनों का विस्तार किया जाएगा। उन्होंने जिला प्रशासन को सुझाव दिया कि विशिष्ट अतिथियों को उपहार स्वरूप पौधे भेंट करने की अभिनव पहल की जाए।
केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि वर्तमान समय में सिंगल यूज़ प्लास्टिक (एक बार इस्तेमाल की जाने वाली प्लास्टिक) पर्यावरण प्रदूषण का एक बड़ा कारण बन चुका है। इसके निवारण के लिए प्लास्टिक का उपयोग कम करने और सिंगल यूज़ प्लास्टिक को त्यागने के लिए जनजागरूकता फैलाना ज़रूरी है। इसके माध्यम से एक स्वस्थ, हरा-भरा और विकसित सम्बलपुर का सपना साकार हो सकता है।
अंत में प्रधान ने कहा कि यदि हम सुरक्षित रहते हुए इस अभियान में भाग लें, तो हमारा क्षेत्र समृद्ध और विकसित होगा।