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उच्च शिक्षा विभाग ने दिया निर्देश
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शिक्षण संस्थानों में आयोजित की जाएंगी कई गतिविधियां
भुवनेश्वर। ओडिशा उच्च शिक्षा विभाग ने राज्य के सभी सार्वजनिक विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों को 25 जून 2025 को एक दिवसीय ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप में मनाने का निर्देश दिया है। इस वर्ष यह आयोजन भारत में 1975 के इमरजेंसी लागू होने की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर किया जा रहा है।
राज्य सरकार द्वारा जारी निर्देश के अनुसार शिक्षण संस्थानों में कई गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। इनमें समूह जागरूकता मार्च आयोजित की जाएगी, जहां छात्र एवं शिक्षक संवैधानिक मूल्यों की रक्षा हेतु नारों और प्लेकार्ड के साथ भाग लेंगे। इसके साथ-साथ राजनीति शास्त्र विषयक विभागों द्वारा संविधान की प्रस्तावना पर सेमिनार, बहस, व्याख्यान, कार्यशालाएं आयोजित होंगी, जिसमें इमरजेंसी के दौरान लोक‑अधिकारों के निलंबन और लोकतंत्र की मौलिक चुनौतियों पर चर्चा की जाएगी। इसके साथ-साथ छात्र प्रतियोगिताएं भी आयोजित होगीं, जिसमें ‘संविधान बचाओ’ विषय पर निबंध लेखन, पोस्टर निर्माण, नारेबाजी, क्विज एवं नुक्कड़ नाटक किये जाएंगे। डॉक्यूमेंट्री, लघु‑फिल्में की स्क्रिनिंग की जाएगी जो संवैधानिक इतिहास एवं लोकतांत्रिक मूल्यों पर प्रकाश डालेंगी।
इस पहल का उद्देश्य छात्रों में लोकतंत्र एवं संवैधानिक अधिकारों के प्रति जागरूकता पैदा करना है। सभी भाग लेने वाले संस्थानों को इन गतिविधियों का फोटो, उपस्थिति का रिकॉर्ड और विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर 28 जून 2025 तक उच्च शिक्षा विभाग को सौंपनी है।यह आयोजन इमरजेंसी के पश्चात संवैधानिक मूल्यों के महत्व को पुनर्जीवित करने का एक सार्थक प्रयास है और युवा वर्ग में लोकतंत्र की रक्षा हेतु जागरूकता को गति देगा।