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भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग
भुवनेश्वर। ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में आज प्रसिद्ध बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के आह्वान पर ऐतिहासिक और भव्य सनातन हिंदू एकता पदयात्रा का आयोजन हुआ। यह पदयात्रा लिंगराज मंदिर से प्रारंभ होकर राम मंदिर तक संपन्न हुई। इसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं और विभिन्न हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने भाग लेकर एक अद्भुत और प्रभावशाली दृश्य प्रस्तुत किया।
पदयात्रा का मुख्य उद्देश्य भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग को बल देना था। आयोजन में वक्ताओं ने कहा कि अब समय आ गया है कि भारत को उसके मूल स्वरूप – सनातन हिंदू धर्म और संस्कृति – के आधार पर राष्ट्रीय पहचान दी जाए। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म ही भारत की आत्मा है, जो नैतिकता, आशा और एकता का दीप जलाता है।
पदयात्रा के समापन अवसर पर राम मंदिर के सामने एक सभा का आयोजन हुआ, जिसमें विभिन्न धार्मिक संगठनों और नेताओं की उपस्थिति रही। इस दौरान आयोजक देवाशीष नायक ने इस आंदोलन को एक जनांदोलन का रूप देने के लिए सभी से सहयोग की अपील की।
राष्ट्रीय हिंदू संगठन की ओर से ओडिशा प्रमुख दीनबंधु षडंगी ने भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की आवश्यकता जताते हुए कहा कि यह कदम विश्वभर में सनातन धर्म और हिंदू संस्कृति की रक्षा के लिए जरूरी है। उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए अत्याचारों पर चिंता जताई और भारत सरकार की चुप्पी पर नाराज़गी जाहिर की। उनका आरोप था कि संविधान में सेक्युलर शब्द ही इस संकट का मूल है।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय हिंदू महासंघ के पंडित विश्वेश्वर पाणिग्राही, देवसेना के ओडिशा युवा अध्यक्ष सुशील कुमार बेहरा, सनातनी केसरिया हिंदू वाहिनी के प्रद्युम्न दास, संतोष भोल, राजीव मिश्रा, भूपेश नायक, सौरभ कर, अमरेंद्र प्रसाद साहू, उज्ज्वल पंडा, जयनाथ पात्र और सुदर्शन बिश्वाल सहित अनेक वरिष्ठ नागरिकों ने भाग लिया।