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पांच क्षेत्रों में इंटरनेट सेवा निलंबित
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इलाके में कई प्लाटून पुलिस बल तैनात
भुवनेश्वर/भद्रक। टिहिड़ी क्षेत्र में दो गुटों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद घायल एक युवक की मौत हो जाने से जिले में तनाव गहरा गया है। हालात को नियंत्रित रखने के लिए प्रशासन ने भद्रक ब्लॉक व नगरपालिका, टिहिड़ी ब्लॉक, धामनगर ब्लॉक और उससे सटे एनएसी क्षेत्रों में इंटरनेट सेवाएं 24 घंटे निलंबित कर दी हैं। यह सेवा बुधवार सुबह 6 बजे से गुरुवार शाम 6 बजे तक निलंबित रहेगी
बताया गया है कि टिहिड़ी क्षेत्र में कुछ दिन पहले मवेशी तस्करों द्वारा हमला किए जाने के बाद 46 वर्षीय संतोष परिडा गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें भुवनेश्वर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
साम्प्रदायिक तनाव की आशंका
युवक की मौत के बाद सांप्रदायिक तनाव फैलने की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन ने त्वरित कदम उठाए हैं। पुलिस की कई टुकड़ियां (प्लाटून) इलाके में तैनात की गई हैं और इंटरनेट पर रोक लगाकर अफवाहों और भड़काऊ सूचनाओं के प्रसार पर अंकुश लगाने की कोशिश की जा रही है।
अब तक 12 गिरफ्तार
भद्रक के पुलिस अधीक्षक के अनुसार, झड़प के मामले में अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अन्य आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तारी की प्रक्रिया जारी है। पुलिस लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है और शांति बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील
प्रशासन ने आम जनता से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है। अधिकारियों ने कहा है कि स्थिति को सामान्य बनाने के लिए हर जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। स्थिति पर प्रशासन की सतत निगरानी बनी हुई है और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
10 लाख का मुआवजा, एक सदस्य को सरकारी नौकरी
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने संतोष परिडा के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया और 10 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की। सीएम ने आश्वासन दिया कि दोषियों पर कानून के अनुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मुआवजा मुख्यमंत्री राहत कोष से दिया जाएगा। माझी ने परिडा के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी घोषणा की।
60 से अधिक व्यक्तियों की गिरफ्तारी की मांग
हालांकि, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने 60 से अधिक व्यक्तियों की गिरफ्तारी की मांग की है, उनका दावा है कि इस घटना में और भी लोग शामिल थे। संगठनों ने क्षेत्र में हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर भी चिंता व्यक्त की और सुरक्षा की मांग की।