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सुप्रीम कोर्ट से हरी झंडी का इंतजार
प्रमोद कुमार प्रुष्टि, पुरी/भुवनेश्वर
महाप्रभु की रथयात्रा को लेकर भगवान श्री जगन्नाथ, भाई बलभद्र और देवी सुभद्रा के तीनों रथ परंपरा के अनुसार सिंहद्वार पहुंचने के लिए तैयार हो गये हैं. अब सिर्फ सुप्रीम कोर्ट की हरी झंडी का इंतजार है. सुप्रीम कोर्ट के रथयात्रा नहीं निकालने के फैसले पर पुनर्विचार के लिए 16 याचिका दायर की गयी हैं. सूत्रों ने बताया कि कुछ याचिकाएं सोमवार के लिए सूचीबद्ध कर ली गयी हैं. उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट की तीन सदस्यीय खंडपीठ कल इस याचिकाओं पर सुनवाई कर सकती है.
याचिका दायर कर्ताओं में से एक के वकील प्रणय कुमार महापात्र ने कहा कि कल सुनवाई संभव है. उन्होंने कहा कि भक्त विहीन रथयात्रा निकालने पर जोर रहेगा. इसके लिए तैयार रहने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि सोमवार रात तक या 23 जून को भी यदि फैसले में परिवर्तन आता है तो सबको रथयात्रा के लिए तैयार रहना चाहिए.
उन्होंने कहा कि इसमें सही तरीके पक्ष नहीं रखा गया है. उच्चतम न्यायालय की एकल-न्यायाधीश पीठ सोमवार, 22 जून को रथयात्रा पर विभिन्न संगठनों और व्यक्तियों द्वारा दायर समीक्षा याचिकाओं पर सुनवाई करेगी. सुनवाई में कुल 16 याचिकाएं शामिल होंगी जो इस मामले में अब तक दायर की गई हैं. सहायक रजिस्ट्रार कार्यालय द्वारा आज जारी एक पत्र के अनुसार, शीर्ष अदालत सोमवार को सुबह 11 बजे रथयात्रा पर पिछले आदेश को संशोधित करने के लिए दायर याचिकाओं पर सुनवाई करेगी. भक्तों को महाप्रभु के चमत्कार पर पूरा भरोसा है. भक्तों का मानना है कि महाप्रभु अंतिम समय में जरूर कुछ न कुछ परिवर्तन लाएंगे.
आवश्यक कदम उठाने के लिए मुख्यमंत्री से आग्रह
श्रीजगन्नाथजी के आद्य सेवक व पुरी के गजपति महाराज दिव्यसिंह देव ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को पत्र लिख कर बिना भक्तों के रथयात्रा के आयोजन के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए अनुरोध किय़ा है. पुरी के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने भी आरोप लगाया है कि कोविद-19 के बीच रथयात्रा के आयोजन को बाधित करने के लिए सुनियोजित षडयंत्र किया गया है.
उन्होंने एक वीडियो वार्ता में कहा कि 18 जून के रथयात्रा को बंद करने संबंधी निर्णय पर परिवर्तन के लिए जो याचिकाएं दायर की गई थी उनकी सुनवाई 20 जून को हो सकता था. सुप्रीम कोर्ट ऐसे मामलों की सुनवाई अवकाश के दिनों में करने का उदाहरण है. उधर पुरी के भाजपा विधायक जयंत षडंगी ने भी मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर बिना श्रद्धालुओं के रथयात्रा का आयोजन करने की दिशा में कदम उठाने की मांग की है. बिना श्रद्धालुओं के रथयात्रा के आयोजन को लेकर राज्य सरकार मोडिफिकेशन पिटिशन न्यायालय में दाखिल करे.
संबित पात्र भी पहुंचे सुप्रीम कोर्ट
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्र ने भी आज ओडिशा के पुरी में रथजात्रा के आयोजन के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. उन्होंने पुनर्विचार की मांग को लेकर एक याचिका दायर की है. पात्र ने ट्वीट कर इसकी जानकादी है. उन्होंने लिखा है कि आज मैंने सुप्रीम कोर्ट के पहले के आदेश में संशोधन के लिए आवेदन भरा और पुरी में श्री जगन्नाथ महाप्रभु की पवित्र रथयात्रा के लिए अनुमति मांगी है.