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मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी की ऐतिहासिक घोषणा
भुवनेश्वर। ओडिशा के सांस्कृतिक रूप से समृद्ध और जनजातीय बहुल जिले मयूरभंज में अब आर्थिक और सामाजिक विकास की नई इबारत लिखी जाएगी। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी की हालिया यात्रा ने इस जिले को विकास की एक नई दिशा दी है, जिसमें 10,000 करोड़ रुपये के औद्योगिक निवेश की घोषणा ने पूरे क्षेत्र को उत्साह से भर दिया है।
मुख्यमंत्री ने बिसोई स्थित मिनी स्टेडियम में आयोजित एक विशाल जनसभा में 420 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले 185 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इसमें 133 परियोजनाओं का उद्घाटन (328 करोड़ रुपये) और 52 परियोजनाओं की आधारशिला (91 करोड़ रुपये) रखी गई। इन परियोजनाओं के ज़रिए जिले के पेयजल आपूर्ति, पाइपलाइन योजना, विद्यालय भवन, स्वास्थ्य सेवा, बैंकिंग व्यवस्था और जनजातीय सांस्कृतिक केंद्रों के बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ किया जाएगा।
नया प्लस-टू महाविद्यालय खोलने की घोषणा
बिसोई प्रखंड मुख्यालय में एक नया प्लस-टू महाविद्यालय खोलने की घोषणा भी की गई। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने बिसोई के मिनी स्टेडियम का नाम स्वतंत्रता सेनानी धरनीधर नायक के नाम पर रखने का निर्णय भी सुनाया।
सामाजिक लाभ योजनाओं का भी वितरण
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने अनेक सामाजिक लाभ योजनाओं का भी वितरण किया, जिनमें श्रमिकों की बेटियों के विवाह प्रोत्साहन, मृत्यु सहायता योजना और महिला स्वयं सहायता समूहों को 10 लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता शामिल थी। यह सहायता स्थानीय महिलाओं को स्वावलंबी बनाने और छोटे स्तर पर आर्थिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से दी जा रही है।
बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में यह स्पष्ट किया कि मयूरभंज जिले में अब 10,000 करोड़ रुपये के निवेश से उद्योग स्थापित किए जाएंगे। इससे जिले के युवाओं के लिए बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। उन्होंने यह भी बताया कि केंद्र सरकार की भागीदारी से यह योजना पूरे प्रदेश में लागू की जा रही है, जिसके अंतर्गत हर जिले में उद्योग लगाए जाएंगे।
स्थानीय उद्यमों को बढ़ावा मिलेगा
मयूरभंज के रायरंगपुर, कुसुमी, बिजातला, बहलदा, जामदा और टिरिंग जैसे क्षेत्रों में विशेष ध्यान देते हुए सड़क, बिजली, जल आपूर्ति और औद्योगिक पार्कों के विकास का खाका तैयार किया गया है। यह निवेश न केवल स्थानीय उद्यमों को बढ़ावा देगा, बल्कि पूरे जिले में आर्थिक समृद्धि की नई लहर लेकर आएगा।
स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, आधारभूत ढांचा और उद्योग को प्राथमिकता
मुख्यमंत्री ने ‘विजन 2036’ की भी चर्चा की, जिसके अंतर्गत राज्य सरकार का लक्ष्य ओडिशा की शताब्दी वर्ष तक 36 प्रमुख योजनाओं को पूरी तरह लागू कर एक समावेशी, आत्मनिर्भर और विकसित राज्य का निर्माण करना है। इन योजनाओं में स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, आधारभूत ढांचा और उद्योग को प्राथमिकता दी गई है। मुख्यमंत्री माझी ने कहा कि उनकी सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए संकल्पबद्ध है कि जनजातीय और वंचित समुदाय भी विकास की मुख्यधारा में शामिल हों। उन्होंने भरोसा दिलाया कि मयूरभंज अब सिर्फ सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक नहीं रहेगा, बल्कि आर्थिक बदलाव का नेतृत्व करने वाला जिला बनेगा। सरकार की यह पहल न केवल स्थानीय स्तर पर, बल्कि पूर्वी भारत के अन्य हिस्सों के लिए भी विकास का एक आदर्श मॉडल साबित हो सकती है।