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डूबुना खनिज खदान में पुनः शुरू हुआ खनन कार्य
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मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने किया उद्घाटन
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हर वर्ष लगभग 30 लाख टन लौह अयस्क और 50 हजार टन मैंगनीज का उत्पादन होने की उम्मीद
केंदुझर। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने केन्दुझर जिले के बड़बिल तहसील स्थित डूबुना लौह अयस्क खदान में खनन कार्य के पुनः प्रारंभ होने का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ओडिशा खनिज निगम (ओएमसी) को राज्य में उपलब्ध खनिजों का मूल्यवर्धन करते हुए अपने कार्यों का विस्तार करने का सुझाव भी दिया।
डूबुना खदान वर्षों पहले चालू की गई थी, लेकिन बाद में इसे बंद कर दिया गया था। अब पुनः शुरू किए गए इस खदान से हर वर्ष लगभग 30 लाख टन लौह अयस्क और 50 हजार टन मैंगनीज का उत्पादन होने की उम्मीद है। अधिकारियों के अनुसार, इस खदान में कुल 2.57 करोड़ टन लौह अयस्क और 26 लाख टन मैंगनीज का भंडार मौजूद है।
विद्युत आपूर्ति का भी शुभारंभ
मुख्यमंत्री ने बड़बिल क्षेत्र के तिरिंग पहाड़ खदान और रेंगलबेड़ा आरआर कॉलोनी में विद्युत आपूर्ति का भी शुभारंभ किया। साथ ही कोईड़ा खनन क्षेत्र में 900 किलोवाट क्षमता वाला सौर ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन भी किया गया।
चार नवीनतम प्रौद्योगिकी आधारित प्रणाली का भी लोकार्पण
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ओएमसी द्वारा विकसित चार नवीनतम प्रौद्योगिकी आधारित प्रणाली, लॉजिस्टिक प्रबंधन प्रणाली, वित्त प्रबंधन प्रणाली, भूखंड उपयोग प्रणाली और भर्ती प्रबंधन प्रणाली, का भी लोकार्पण किया। ये सभी योजनाएं ओएमसी के 70वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में शुरू की गईं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि ओएमसी ने राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने बताया कि जब ओएमसी की स्थापना हुई थी तब इसका वार्षिक कारोबार केवल 1 करोड़ रुपये था, जो अब बढ़कर 23,600 करोड़ रुपये से अधिक हो चुका है।
ओएमसी बनी राज्य की प्रतिष्ठा
मुख्यमंत्री ने कहा कि ओएमसी राज्य की प्रतिष्ठा बन चुकी है और देश के अग्रणी खनिज सार्वजनिक उपक्रमों में स्थान रखती है। हम ओएमसी के कार्यों का और विस्तार करेंगे, अवैध खनन पर कड़ा नियंत्रण करेंगे, स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार बढ़ाएंगे और शिक्षा, स्वास्थ्य व खेल के क्षेत्र में सामाजिक उत्तरदायित्व की योजनाओं को सशक्त करेंगे।
पैलेट संयंत्र स्थापित करने का सुझाव
उन्होंने यह भी कहा कि ओएमसी के पास कई खदानें हैं, लेकिन उसकी गतिविधियां केवल खनन तक सीमित नहीं रहनी चाहिए। हमें खनिजों के मूल्यवर्धन की दिशा में काम करना चाहिए। कुछ पैलेट संयंत्र स्थापित करने की दिशा में भी विचार होना चाहिए, जिससे स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बढ़ें।
ओएमसी कर रही है 18 खदानों का संचालन
ओडिशा के इस्पात एवं खनिज मंत्री बिभूति भूषण जेना ने कहा कि ओएमसी वर्तमान में 18 खदानों का संचालन कर रही है और न केवल खनिजों का उत्पादन कर रही है, बल्कि आत्मनिर्भर ओडिशा की नींव भी रख रही है।
विकास आयुक्त अनुप्रिया गर्ग ने कहा कि ओडिशा ने प्राकृतिक संसाधनों का बेहतर उपयोग करते हुए एक कमजोर अर्थव्यवस्था से मध्यम आय वर्गीय अर्थव्यवस्था की ओर कदम बढ़ाया है। ओएमसी वर्षों से अच्छा प्रदर्शन कर रही है, लेकिन अब हमें सतत विकास की प्रक्रिया से जुड़ते हुए नई तकनीकों को अपनाना होगा।