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आपातकालीन मॉक ड्रिल आयोजित
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रणनीतिक महत्व के चलते सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
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संचालन पूरी तरह चालू
पारादीप। भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव और देशभर में सुरक्षा सतर्कता के मद्देनज़र, ओडिशा के पारादीप पोर्ट प्राधिकरण (पीपीए) ने बड़ा कदम उठाते हुए सभी नियमित और संविदा कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। पोर्ट प्रशासन ने शनिवार को एक आधिकारिक निर्देश जारी कर कहा कि अगली सूचना तक किसी भी कर्मचारी को अवकाश पर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
सूत्रों के अनुसार, यह आदेश पोर्ट संचालन से जुड़े सभी विभागों पर लागू होगा, जिनमें मरीन स्टाफ, सुरक्षा कर्मी, डॉक वर्कर्स, तकनीकी अभियंता, लॉजिस्टिक्स टीम और सहायक स्टाफ शामिल हैं। प्रशासन ने कहा कि मौजूदा संवेदनशील हालात में निर्बाध संचालन और अधिकतम सतर्कता अत्यंत आवश्यक है।
सायरन बजा, सुरक्षा मॉक ड्रिल का आयोजन
शनिवार को पारादीप पोर्ट के प्रतिबंधित क्षेत्रों में सायरन बजने की आवाज़ सुनाई दी, जिससे हलचल मच गई। हालांकि यह एक पूर्व नियोजित सुरक्षा मॉक ड्रिल का हिस्सा था, जिसका उद्देश्य आपात स्थिति में प्रतिक्रिया क्षमता की जांच करना था। इस ड्रिल में सबसे संवेदनशील माने जाने वाले साउथ ऑयल जेट्टी क्षेत्र और सीआईएसएफ फायर विंग स्टेशन को केंद्र में रखा गया।
पोर्ट अग्निशमन सेवा, सुरक्षा टीमों और आपातकालीन प्रबंधन इकाइयों ने मिलकर आग लगने की स्थिति, कर्मचारियों की सुरक्षित निकासी और तत्काल प्रतिक्रिया जैसी परिस्थितियों का अभ्यास किया। अधिकारियों ने बताया कि इस तरह की मॉक ड्रिल्स नियमित रूप से की जा रही हैं ताकि किसी भी बाहरी खतरे या आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी हो।
पोर्ट संचालन सुचारू
पारादीप पोर्ट देश के सबसे प्रमुख समुद्री बंदरगाहों में से एक है, जहां हर वर्ष पेट्रोलियम उत्पादों, कोयला, लौह अयस्क और उर्वरकों समेत करोड़ों टन माल का परिवहन होता है। ऐसे में इसके संचालन में किसी भी तरह की रुकावट राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था और सुरक्षा के लिए गंभीर असर डाल सकती है।
पोर्ट प्रशासन ने सभी हितधारकों और आम जनता को आश्वस्त किया है कि फिलहाल सभी परिचालन सामान्य रूप से चल रहे हैं और घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है।
पोर्ट प्रवक्ता ने मीडिया से कहा कि यह सिर्फ एक एहतियाती कदम है। हम किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
सख्त निगरानी और सतर्कता बढ़ाई गई
केंद्रीय और राज्य एजेंसियों के साथ समन्वय बनाकर पोर्ट प्रशासन ने कुछ संवेदनशील क्षेत्रों में प्रवेश को सीमित कर दिया है। सभी वाहनों की स्क्रीनिंग, माल की निगरानी और आईडी चेक जैसी प्रक्रियाएं तेज कर दी गई हैं। साथ ही, पोर्ट से जुड़े सभी निजी ठेकेदारों और सेवा प्रदाताओं को भी अलर्ट पर रहने और सुरक्षा प्रक्रिया में सहयोग करने का निर्देश दिया गया है।
अधिकारियों का कहना है कि हालात नियंत्रण में हैं, लेकिन किसी भी खतरे की संभावना को देखते हुए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। भविष्य की कार्रवाई केंद्र से मिलने वाले दिशानिर्देशों और खुफिया जानकारी पर निर्भर करेगी।