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11 करोड़ की लागत से होगा कायाकल्प
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डिप्टी सीएम प्रभाती परिडा ने किया हवाई सर्वेक्षण
बालेश्वर। ओडिशा के खूबसूरत चांदीपुर समुद्रतट का जल्द ही पुनर्विकास कर उसे ‘ब्लू फ्लैग’ दर्जा प्राप्त पर्यावरणीय पर्यटन स्थल बनाया जाएगा। कुल 11 करोड़ रुपये की परियोजना में से 2 करोड़ रुपये की प्रारंभिक राशि पहले ही ज़िला प्रशासन को जारी की जा चुकी है।
राज्य की पर्यटन मंत्री और उपमुख्यमंत्री प्रभाती परिडा ने चांदीपुर का निरीक्षण किया और इसके पर्यटन की अपार संभावनाओं को रेखांकित किया।
उन्होंने कहा कि चांदीपुर ओडिशा के सबसे स्वच्छ और प्राकृतिक समुद्रतटों में से एक है। सही निवेश और सुविधाओं से यह एक लोकप्रिय पर्यटक स्थल बन सकता है।
क्या है योजना का मुख्य उद्देश्य?
परियोजना का उद्देश्य चांदीपुर को ‘ब्लू फ्लैग’ मानकों पर विकसित करना है, जिससे यह एक विश्वस्तरीय और इको-फ्रेंडली टूरिज्म हब बन सके।
प्रस्तावित सुविधाएं:
– इको-रेट्रीट कैंप
– वॉटर स्पोर्ट्स
– बीचफ्रंट इवेंट्स और डेस्टिनेशन वेडिंग की सुविधा
– स्थानीय दुकानों और गतिविधियों के लिए जगह
स्थानीय निवेश और रोजगार की संभावना
प्रवाती परिडा ने कहा कि जैसे-जैसे निवेश बढ़ेगा, सुविधाएं बढ़ेंगी और पर्यटकों की संख्या में भारी वृद्धि होगी। स्थानीय लोगों के लिए रोजगार और व्यापार के अवसर भी खुलेंगे। उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि यह योजना सिर्फ कागज़ों तक सीमित नहीं रहेगी। उन्होंने कहा कि मैं स्वयं विधायकों और ज़िला अधिकारियों के साथ यहाँ आई हूँ ताकि हर प्रक्रिया को तेजी से मंजूरी मिल सके। जल्द ही सभी फंड्स स्वीकृत कर दिए जाएंगे।
ब्लू फ्लैग दर्जा क्यों है खास?
‘ब्लू फ्लैग’ एक अंतरराष्ट्रीय पर्यावरणीय मानक है जो किसी तटीय क्षेत्र को उसकी साफ-सफाई, सुरक्षा, पर्यावरणीय शिक्षा और सेवाओं के आधार पर दिया जाता है। यह दर्जा मिलने के बाद चांदीपुर समुद्रतट की अंतरराष्ट्रीय पहचान और भी बढ़ जाएगी।