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कमिश्नरेट पुलिस ने अंतरराज्यीय गिरोह के चार सदस्यों को दबोचा
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90 लाख रुपये के चेक बरामद
भुवनेश्वर। देशभर में रविवार को आयोजित होने वाली नीट परीक्षा से एक दिन पहले कमिश्नरेट पुलिस ने मेडिकल प्रवेश में भ्रष्टाचार पर बड़ी कार्रवाई करते हुए एक अंतरराज्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने ओडिशा, बिहार और झारखंड से जुड़े चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो एमबीबीएस सीटें दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की वसूली कर रहे थे।
पुलिस आयुक्त एस देवदत्त सिंह ने प्रेस वार्ता में बताया कि आरोपियों के पास से 90 लाख रुपये मूल्य के चेक और एक ब्लैंक चेक बरामद किया गया है। यह रैकेट छात्रों से यह कहकर पैसे वसूलता था कि वह उन्हें प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेजों में दाखिला दिला सकता है।
कुछ मामलों में फर्जी परीक्षार्थियों को वास्तविक उम्मीदवारों के स्थान पर परीक्षा में बैठाने की योजना भी बनाई गई थी। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या इस गिरोह ने पहले भी इस तरह की फर्जीवाड़ा किया है।
समय रहते हुई कार्रवाई
पुलिस की स्पेशल क्राइम यूनिट ने खुफिया जानकारी के आधार पर छापेमारी कर इन चारों आरोपियों को धर दबोचा। आयुक्त सिंह ने कहा कि नीट परीक्षा से पहले इस गिरोह का पर्दाफाश यह सुनिश्चित करेगा कि परीक्षा की पारदर्शिता बनी रहे।
एनआरआई परिवारों को भी निशाना बना रहे थे
पुलिस सूत्रों ने बताया कि यह गिरोह तकनीकी समन्वय, फर्जी दस्तावेजों और संपर्कों के जरिए अपनी योजना चला रहा था। एनआरआई परिवारों को भी इस रैकेट में फंसाने की कोशिश की जा रही थी। चौंकाने वाली बात यह है कि कुछ मामलों में अभ्यर्थियों के अभिभावक भी इस रैकेट में शामिल पाए गए हैं।
आयुक्त सिंह ने चेतावनी दी कि अगर कोई अभिभावक इस तरह की गैरकानूनी गतिविधियों में सहयोग करता पाया गया, तो उसे भी सह-अभियुक्त माना जाएगा और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
जांच जारी, और गिरफ्तारियां संभव
पुलिस का मानना है कि गिरफ्तार आरोपी एक बड़े अंतरराज्यीय नेटवर्क का हिस्सा हैं। फिलहाल आरोपियों से पूछताछ चल रही है और डिजिटल व वित्तीय साक्ष्य की जांच की जा रही है।
शॉर्टकट से नहीं मिलती मंज़िल
आयुक्त सिंह ने छात्रों और अभिभावकों से गैरकानूनी तरीकों से प्रवेश पाने की कोशिशों से बचने की अपील की। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रयास शिक्षा व्यवस्था की विश्वसनीयता को ठेस पहुंचाते हैं और इसके गंभीर कानूनी परिणाम हो सकते हैं। ओडिशा पुलिस ने ऐसे मामलों में कड़ी और शीघ्र कार्रवाई का आश्वासन दिया है।