-
शिशु वाटिका, पहली और दूसरी कक्षा के बच्चों के लिए दी जाएगी ‘जादू पेड़ी’
-
एनसीईआरटी द्वारा तैयार इस किट को राज्य के 45,000 स्कूलों में वितरित किया जाएगा
-
90 करोड़ रुपए खर्च होंगे, बच्चों की ‘जादू पेड़ी’ का अवलोकन किया मुख्यमंत्री ने
-
यह किट बच्चों को पढ़ाई की ओर आकर्षित करने में बेहद उपयोगी होगी – मुख्यमंत्री
भुवनेश्वर। ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने आज लोकसेवा भवन में ‘जादू पेड़ी’ (खेल-आधारित लर्निंग किट) का अवलोकन किया, जो कि शिशु वाटिका के बच्चों के लिए तैयार किया गया है। उन्होंने इस अभिनव शैक्षिक उपकरण की उपयोगिता की सराहना करते हुए कहा कि यह किट बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा को रोचक और प्रभावशाली बनाएगी।
इस अवसर पर स्कूल एवं जनशिक्षा विभाग की आयुक्त सह शासन सचिव शालिनी पंडित ने मुख्यमंत्री को ‘खेल-आधारित लर्निंग किट’ में शामिल विभिन्न सामग्री के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस किट के माध्यम से छोटे बच्चे अपने परिवेश में प्रचलित वस्तुओं और उनके उपयोग को खेल-खेल में समझ सकेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि इसमें मौजूद शैक्षिक खिलौने बच्चों को न केवल सीखने में मदद करेंगे, बल्कि उन्हें पढ़ाई के प्रति भी आकर्षित करेंगे।
गौरतलब है कि यह पहल नई शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत की गई है। खेल-आधारित लर्निंग किट को एनसीईआरटी द्वारा तैयार किया गया है और यह शिशु वाटिका, पहली और दूसरी कक्षा के बच्चों के लिए उपलब्ध कराई जाएगी।
प्रत्येक किट की लागत लगभग 20,000 रुपये
बताया गया है कि प्रत्येक किट की लागत लगभग 20,000 रुपये है और इसे राज्य के 45,000 स्कूलों में वितरित किया जाएगा। इस योजना पर कुल 90 करोड़ का खर्च आएगा।
Indo Asian Times । Hindi News Portal । इण्डो एशियन टाइम्स,। हिन्दी न्यूज । न रूकेगा, ना झुकेगा।।
