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उनके नाम से बिना अनुमति के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फंड जुटाने के लिए चलाए जा रहे हैं अभियान
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परिवार ने दर्ज कराई शिकायत
भुवनेश्वर। पहलगाम आतंकी हमले में प्रशांत सतपथी की दुखद मृत्यु के बाद एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उनके नाम से बिना अनुमति के फंड जुटाने के अभियान चलाए जा रहे हैं। इन अभियानों के जरिए प्रशांत के परिवार की जानकारी या सहमति के बिना धन इकट्ठा किया जा रहा है, जिससे धोखाधड़ी और शोषण की आशंका बढ़ गई है।
प्रशांत सतपथी की पत्नी प्रियदर्शिनी सतपथी और उनके भाई ने इस अवैध फंड जुटाने की गतिविधियों को लेकर साइबर पुलिस स्टेशन में औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने बताया कि कुछ लोग सोशल मीडिया के माध्यम से फोनपे और अन्य ई-ट्रांजैक्शन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर उनके परिवार की मदद के नाम पर चंदा मांग रहे हैं।
परिवार ने कहा- नहीं दी गई कोई अनुमति
परिवार ने स्पष्ट किया है कि उन्होंने किसी भी फंडरेजिंग अभियान की अनुमति नहीं दी है और जनता से अपील की है कि वे इन खातों में पैसे न भेजें। प्रियदर्शिनी सतपथी ने कहा कि शायद कुछ लोग अच्छे इरादे से यह कर रहे हों, लेकिन न तो हमें कोई फोन आया है और न ही हमने किसी को अनुमति दी है। यदि किसी ने मेरे पति के नाम पर पैसे लिए हैं, तो वे किसी भी ट्रस्ट को दान कर दें।
प्रशांत के भाई ने बताया कि हम सदमे में थे और सोशल मीडिया से दूर थे। बाद में हमें सोशल मीडिया पर फंड मांगने वाली पोस्ट दिखी। हमने साइबर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई है। हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि हमने किसी से कोई आर्थिक मदद नहीं मांगी है। हम ओडिशा की जनता का आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने इस कठिन समय में हमारे साथ खड़े होकर हमारा हौसला बढ़ाया।
फर्जी तरीके से पैसे जुटाने की कोशिश
परिवार की शिकायत के अनुसार, कुछ लोगों ने जनता की सहानुभूति का गलत फायदा उठाते हुए फर्जी तरीके से पैसे जुटाने की कोशिश की। परिवार के स्पष्ट इनकार के बावजूद, कुछ सोशल मीडिया उपयोगकर्ता इन अवैध अभियानों को बढ़ावा देते रहे।
पुलिस ने जांच शुरू की
इस घटना के बाद परिवार ने साइबर पुलिस से अपील की है कि दोषियों का पता लगाकर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। पुलिस ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का भरोसा दिलाया है।
स्थानीय प्रशासन ने भी जनता को आगाह किया है कि बिना परिवार या आधिकारिक स्रोतों से पुष्टि किए किसी भी फंडरेजिंग अभियान में आर्थिक सहयोग न करें।