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विवाहित नागरिकों की मुश्किलें बढ़ी, मोदी से रहम की अपील
भुवनेश्वर। पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनजर ओडिशा में 12 पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान की गई है। रिपोर्टों के अनुसार, प्रशासन ने इन्हें 27 अप्रैल तक भारत छोड़ने का नोटिस जारी की है।
इस घटनाक्रम के चलते ओडिशा में कई सीमा पार विवाह भी अनिश्चितता में फंस गए हैं। विशेष रूप से वे पाकिस्तानी नागरिक, जो लंबे समय से वीजा पर भारतीय समुदायों में घुलमिल गए हैं, उन्हें भी तत्काल भारत छोड़ने के लिए कहा गया है।
कानूनी कार्रवाई की चेतावनी
ऐसे ही एक मामले में सारदा कुक्रेजा का नाम सामने आया है, जो लगभग 40 साल पहले पाकिस्तान के सिंध प्रांत से भारत आई थीं। वह 18 साल की उम्र में अपने पिता के साथ 60 दिन के अल्पकालिक वीजा पर ओडिशा आई थीं और यहीं बस गईं।
उन्होंने ओडिशा के बलांगीर निवासी हिंदू युवक महेश कुक्रेजा से विवाह किया और यहीं अपना घर बसा लिया। हालांकि, भारतीय नागरिकता प्राप्त करने के उनके प्रयास अब तक सफल नहीं हो सके हैं।
पुलिस अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि वह तत्काल देश नहीं छोड़ती हैं तो भारतीय कानून के तहत उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सारदा ने भावुक होकर कहा कि मैं पाकिस्तान कभी वापस नहीं जाऊंगी, क्योंकि वहां अब मेरा कोई नहीं है। मैं हाथ जोड़कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी से विनती करती हूं कि मुझे मेरे परिवार से अलग न करें।
‘आपातकालीन स्थिति’
इसी तरह, पाकिस्तानी नागरिक नगमा यूसुफ ने वर्ष 2008 में कारोबारी मोहम्मद निजामुद्दीन से विवाह कर ओडिशा में अपना जीवन बसाया था। उनका वीजा विस्तार अभी पूरा नहीं हो पाया है और उन्हें भी भारत छोड़ने का नोटिस मिली है।
निजामुद्दीन ने कहा कि यह आपातकालीन स्थिति है और सभी को इसे समझना चाहिए। सरकार को जो सही लगे, वह प्रक्रिया पूरी करनी चाहिए।
12 पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान
भुवनेश्वर डीसीपी जगमोहन मीणा ने कहा कि हमने एक पाकिस्तानी नागरिक की पहचान एक ऑनलाइन वेबसाइट के माध्यम से की है। आदेश के अनुसार, उन्हें 27 अप्रैल तक भारत छोड़ने का नोटिस जारी की गयी है।
बालेश्वर जिले के सोरो क्षेत्र में बसी रेजिया सुल्ताना को भी सरकार ने भारत छोड़ने का नोटिस जारी की है। उन्होंने कम उम्र में एक स्थानीय निवासी से विवाह किया था।
कूटनीतिक तनाव के चलते कार्रवाई
ओडिशा प्रशासन ने पुष्टि की है कि राज्य में 12 पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान की गई है जिन्हें भारत छोड़ने के आदेश दिए गए हैं। यह कदम भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते कूटनीतिक तनाव के चलते उठाया गया है।
कटक डीसीपी ऋषिकेश खिलारी ने कहा कि निर्देशानुसार कटक में पाकिस्तानी नागरिकों को भी भारत छोड़ने के नोटिस दी गयी है।
वहीं, कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने कहा कि सरकार ने प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मुझे नहीं लगता कि इसमें कोई समस्या आएगी।