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पहलगाम आतंकी हमले ने खुशी को मातम में बदला

  • भाई का जन्मदिन मनाने की थी योजना, लेकिन अब सब बिखर गया

  • मृतक प्रशांत सतपथी की बहन ने सुनाई दर्द

भुवनेश्वर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के पास स्थित बैसारन में मंगलवार को हुए भीषण आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में ओडिशा के बालेश्वर जिले के निवासी प्रशांत सतपथी समेत कई पर्यटकों की जान चली गई। बताया जा रहा है कि इस हमले में कुल 26 आम नागरिकों की मौत हुई, जिनमें प्रशांत भी शामिल थे। मृतक प्रशांत सतपथी की बहन श्रावणी सतपथी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनका पूरा परिवार इस त्रासदी से टूट गया है।

श्रावणी, जो हरियाणा में रहती हैं, ने बताया कि मेरे भाई और उनका परिवार श्रीनगर घूमने गया था। आज ही उनकी फ्लाइट श्रीनगर से दिल्ली के लिए थी। वे दो दिन मेरे पास रुकने वाले थे और फिर शनिवार को ओडिशा लौटने की योजना थी। हम सबने मिलकर भाई का जन्मदिन मनाने की योजना बनाई थी। परिवार के साथ अच्छा समय बिताने का सोच रखा था, लेकिन आतंकवाद ने सब कुछ छीन लिया।

भाभी ने आखिरी सांस तक साथ नहीं छोड़ा

श्रावणी ने बताया कि जब हमला हुआ, उस वक्त भाभी ने उन्हें फोन किया था। भाभी ने मुझे कॉल करके कहा कि भाई को बचाओ। वे लोग एक नया सिम लेकर गए थे और रोज मेरी बड़ी बेटी को यात्रा की तस्वीरें भेजते थे। हम सब रोज़ उनकी यात्रा की खुशी को महसूस कर रहे थे। भाभी ने बताया कि हमले के बाद भाई जीवित थे, लेकिन वहां मौजूद कोई भी व्यक्ति मदद के लिए आगे नहीं आया। मेरी भाभी अंत तक वहीं डटी रहीं।

सांसद अपराजिता षाड़ंगी ने परिजनों से की मुलाकात

श्रावणी, जो फिलहाल दिल्ली एयरपोर्ट पर मौजूद हैं, ने बताया कि भुवनेश्वर की सांसद अपराजिता षाड़ंगी ने श्रीनगर में उनके परिवार से मुलाकात की है। वह जम्मू-कश्मीर में लोक लेखा समिति की बैठक में भाग लेने के लिए वहां थीं। उन्होंने प्रशांत की पत्नी प्रियदर्शिनी सतपथी और नौ वर्षीय बेटे से मुलाकात कर संवेदना व्यक्त की। यह दोनों हमले के समय मौके पर मौजूद थे। एक भावुक क्षण में प्रियदर्शिनी ने सांसद को गले लगाकर उस भयावह घटना की दास्तां सुनाई। उन्होंने शोकाकुल परिवार को साहस बनाए रखने की सलाह दी और हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया।

प्रियदर्शिनी ने नम आंखों से घटना को याद करते हुए बताया कि रोपवे की सवारी करके अभी-अभी नीचे उतरे ही थे कि मुझे पटाखों जैसी आवाज सुनाई दी। तभी अचानक एक गोली मेरे पति के सिर में लगी और वे वहीं गिर पड़े। मैं कुछ समझ पाती, उससे पहले ही उनकी मौत हो गई।

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