Sat. Apr 19th, 2025
IAT NEWS INDO ASIAN TIMES ओडिशा की खबर, भुवनेश्वर की खबर, कटक की खबर, आज की ताजा खबर, भारत की ताजा खबर, ब्रेकिंग न्यूज, इंडिया की ताजा खबर
  • जन्मस्थान अगरपड़ा में स्थापित होगा एक स्मृति स्मारक और व्याख्यान केंद्र

  • भुवनेश्वर, हीराकुद और हदगड़ में महताब स्मारक निर्माण की योजना

  • ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने की बड़ी घोषणा

भुवनेश्वर। डॉ हरेकृष्ण महताब की स्मृति में उत्कल विश्वविद्यालय में एक उत्कर्ष केंद्र, उनके जन्मस्थान अगरपड़ा में एक स्मृति स्मारक और व्याख्यान केंद्र तथा भुवनेश्वर, हीराकुद और हदगड़ में महताब स्मारक निर्माण की योजना बनाई गई है।

यह बातें ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कहीं। वह रावेंशा विश्वविद्यालय में आयोजित डॉ हरेकृष्ण महताब की 125वीं जयंती के राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने डॉ महताब की स्मृति को पुनर्जीवित करने के लिए कई प्रयास शुरू किए हैं। उनकी 125वीं जयंती को 21 नवंबर 2024 से एक वर्ष तक मनाया जा रहा है।

इसके लिए एक समिति बनाई गई है और अनेक पहल की जा रही है। केंद्र सरकार ने भी उनकी जयंती को सम्मानपूर्वक मनाया। दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम का उद्घाटन महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने किया था।

मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने इस अवसर पर कहा कि डॉ महताब एक महान स्वतंत्रता सेनानी, राष्ट्रनेता, राजनयिक, साहित्यकार, पत्रकार और इतिहासकार थे। वे वास्तव में आधुनिक ओडिशा के निर्माता थे।

स्वतंत्रता के बाद सरदार पटेल और डॉ महताब के प्रयासों से 26 देसी रियासतों का ओडिशा में विलय हुआ जिससे राज्य का भौगोलिक क्षेत्रफल 1,55,707 वर्ग किलोमीटर तक बढ़ गया।

ओडिशा के ‘सरदार पटेल’ थे डॉ महताब

मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कहा कि डॉ महताब को ओडिशा का ‘सरदार पटेल’ कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी। वे ओडिशावासियों के दिलों में सदैव अमर रहेंगे। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि डॉ महताब ओडिशा के एक बहुआयामी व्यक्तित्व थे। ‘प्रजातंत्र’ समाचार पत्र के माध्यम से उन्होंने ओडिशा में पत्रकारिता को एक नई दिशा दी।

उनके तीन प्रमुख योगदान

माझी ने कहा कि उनके तीन प्रमुख योगदान हैं, देसी रियासतों का विलय, भुवनेश्वर में नई राजधानी की स्थापना और हीराकुद बांध का निर्माण।

इसके अलावा, ओडिशा राज्य संग्रहालय, राज्य ललित कला अकादमी, रवींद्र मंडप, कटक रेडियो स्टेशन, हाईकोर्ट, विद्याधरपुर धान अनुसंधान केंद्र और ओडिशा लोक सेवा आयोग जैसे कई संस्थानों की नींव में भी उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

विकास को लेकर अनेक आकांक्षाएं थीं – भर्तृहरि महताब

इस कार्यक्रम में कटक के सांसद भर्तृहरि महताब ने कहा कि डॉ महताब की ओडिशा के विकास को लेकर अनेक आकांक्षाएं थीं। उनकी दूरदृष्टि को मार्गदर्शक बनाकर हम एक समृद्ध ओडिशा का निर्माण कर सकते हैं। उक्त कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री सूर्यवंशी सूरज भी उपस्थित थे।

कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने डॉ महताब के जीवन पर आधारित एक फोटो प्रदर्शनी का उद्घाटन किया और उसका अवलोकन किया।

इस अवसर पर रावेंशा विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर संजय कुमार नायक ने स्वागत भाषण दिया और ओडिशा अनुसंधान केंद्र के निदेशक प्रोफेसर चंडी प्रसाद नंद ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

Share this news