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पटनायक ने बीजद के दो नेताओं को नामित किया
भुवनेश्वर। ओडिशा में विपक्षी बीजू जनता दल (बीजद) ने चेन्नई में परिसीमन पर संयुक्त कार्रवाई समिति (जेएसी) की बैठक में पार्टी का प्रतिनिधित्व करने के लिए दो वरिष्ठ नेताओं को शुक्रवार को नामित किया। नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली बीजद ने एक बयान में कहा कि पूर्व मंत्री संजय दासबर्मा और पूर्व सांसद अमर पटनायक शनिवार को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन द्वारा बुलाई गई बैठक में भाग लेंगे।
इससे पहले 11 मार्च को तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) के दो सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने ओडिशा के विपक्ष के नेता पटनायक से मुलाकात की थी और उन्हें परिसीमन को लेकर बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था। द्रमुक के दो सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में टीआरबी राजा और दयानिधि मारन शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल ने पटनायक से आग्रह किया था कि केवल जनसंख्या के आधार पर निर्वाचन क्षेत्रों के पुनर्निर्धारण के केंद्र के प्रस्ताव के खिलाफ वे बीजद को संयुक्त कार्रवाई समिति (जेएसी) का हिस्सा बनाएं।
बैठक में बीजद के शामिल होने के पटनायक के फैसले की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ओडिशा इकाई ने आलोचना की थी और बीजद पर द्रमुक के करीब जाने का आरोप लगाया था।
इसके जवाब में बीजद ने भाजपा की ओडिशा इकाई की आलोचना करते हुए कहा था कि अगर कुछ क्षेत्रीय और राष्ट्रीय राजनीतिक दल आपस में परिसीमन के मुद्दे पर चर्चा करते हैं तो इसमें क्या गलत है? ओडिशा भाजपा को बेचैन होने की जरूरत नहीं है। द्रमुक परिसीमन मुद्दे पर चर्चा करने के लिए विभिन्न दलों के नेताओं से संपर्क कर रही है, जिनमें चंद्रबाबू नायडू जैसे राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के नेता भी शामिल हैं।
स्टालिन ने पहले केरल, कर्नाटक, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, पंजाब, ओडिशा के अपने समकक्षों को पत्र लिखकर उन्हें राज्य के साथ हाथ मिलाने और लोकसभा सीट के परिसीमन पर ‘‘बिना समझौता किए संघर्ष’’ के लिए जेएसी का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया था। उन्होंने 22 मार्च को चेन्नई में जेएसी की पहली बैठक का प्रस्ताव रखा है और नेताओं से ‘‘सामूहिक रूप से आगे बढ़ने’’ के लिए एकजुट होने का आग्रह किया है।