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अपराध शाखा ने इस मामले की फिर से जांच शुरू
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दर्ज किए जा रहे हैं परिवार के सदस्यों के बयान
भुवनेश्वर। ओडिशा के पूर्व मंत्री नव दास की हाई-प्रोफाइल हत्या मामले में एक अहम मोड़ आया है। अपराध शाखा ने इस मामले की पुनः जांच शुरू कर दी है और परिवार के सदस्यों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। मंगलवार को अपराध शाखा की दो सदस्यीय टीम झारसुगुड़ा जिले के सरबहल स्थित नबा दास के आवास पहुंची और जांच प्रक्रिया को आगे बढ़ाया।
अपराध शाखा की टीम ने दिवंगत मंत्री नव दास के पुत्र विशाल दास, पुत्री दीपाली दास और पत्नी मीनती दास का बयान दर्ज की। जांच एजेंसी ने पहले ही परिवार को इस संबंध में नोटिस जारी की थी, जिसके तहत नए सिरे से उनके बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
परिवार की मांग पर दोबारा हो रही जांच
परिवार द्वारा सीबीआई जांच की मांग किए जाने के बाद यह पुनः जांच शुरू की गई है। जांच दल पहले दर्ज किए गए बयानों की फिर से समीक्षा कर रहा है, ताकि मामले से जुड़े तथ्यों को और स्पष्ट किया जा सके और जांच को मजबूत बनाया जा सके। नव दास की हत्या ने व्यापक स्तर पर विवाद खड़ा किया था और उनका परिवार लगातार निष्पक्ष जांच की मांग करता रहा है। इस सिलसिले में आज की पूछताछ को जांच की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।
जांच को भटका दिया गया था – कानून मंत्री
मंगलवार को ओडिशा के कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने कहा कि हमने पहले ही नबा दास के परिवार को मुख्यमंत्री से मामले को फिर से खोलने का अनुरोध करने को कहा था। यह देखा गया कि पिछली सरकार के दौरान इस संवेदनशील मामले की जांच को भटका दिया गया था और कई पहलुओं को दबा दिया गया था। इन सभी तथ्यों को ध्यान में रखते हुए अब मामले की कड़ियों को फिर से जोड़ा जाएगा। परिवार ने अपने बयान दर्ज कराने के लिए समय दिया है।
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य के लोगों को भरोसा दिलाया जाता है कि पूरी जांच पारदर्शी तरीके से की जाएगी।
उन्होंने आगे कहा कि एक मंत्री की निर्मम हत्या हुई थी, इसके पीछे कौन था और राज्य के लोग इन सभी पहलुओं को जानना चाहते हैं। जांच टीम तय करेगी कि आगे की जांच कैसे की जाएगी।
सीबीआई जांच की मांग पर कानून मंत्री ने कहा कि उन्हें अपराध शाखा पर पूरा भरोसा है और यह एजेंसी इस मामले की गुत्थी सुलझाने में सक्षम है।
बीजद का जवाब
बीजद विधायक गौतम बुद्ध दास ने कहा कि यह एक संवेदनशील मामला था और पिछली सरकार ने इसकी जांच अपराध शाखा को सौंपी थी। उस समय विपक्ष का दावा था कि जांच सही दिशा में नहीं हो रही है। अब वे (भाजपा) पिछले नौ महीनों से सत्ता में हैं और उनके पास अपराध शाखा या सीबीआई जांच कराने का पूरा अधिकार है। अब हमें सुनने को मिल रहा है कि कानून मंत्री ने कहा है कि फिर से अपराध शाखा इस मामले की जांच करेगी।
उन्होंने कहा कि बीजद पहले ही कह चुका था कि जांच पूरी हो चुकी है और आरोपी को गिरफ्तार किया गया था। अब सरकार पीछे हट रही है, जिससे साफ होता है कि पहले की गई जांच सही थी। परिवार से सीबीआई जांच के लिए लिखित अनुरोध करने को कहा गया था। सरकार के ये सभी दावे केवल जनता को गुमराह करने और राजनीतिक लाभ उठाने के लिए हैं, जिसे बीजद पूरी तरह खारिज करता है।