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सुभद्रा योजना के प्रभाव को देखते हुए महिला उम्मीदवार के नाम पर भी मंथन
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अभी तक समीर मोहंती प्रबल दावेदार!
भुवनेश्वर। ओडिशा में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर चर्चाएं और सरगर्मी चरम पर हैं। सूत्रों के अनुसार, पार्टी इस बार युवा और नए चेहरे को प्राथमिकता दे सकती है, जिससे संगठन को मजबूत किया जा सके और ज्यादा से ज्यादा युवाओं को जोड़ा जा सके। सुभद्रा योजना के प्रभाव को देखते हुए महिला उम्मीदवार के नाम पर भी मंथन चल रहा है।
सूत्रों ने संकेत दिया है कि अब तक जिन नामों पर चर्चा हुई है, उनमें भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन सामल, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष समीर मोहंती, और भाजपा उपाध्यक्ष गोलक महापात्र, भुवनेश्वर की सांसद अपराजिता षाड़ंगी शामिल हैं। हालांकि, पार्टी का शीर्ष नेतृत्व किसी नए चेहरे पर भी विचार कर रहा है, जिससे प्रदेश में भाजपा को नई ऊर्जा मिल सके।
हाल ही में उपमुख्यमंत्री केवी सिंहदेव के आवास पर एक अहम बैठक हुई थी, जिसमें मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, भाजपा प्रदेश प्रभारी विजय पाल सिंह तोमर, प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन सामल समेत कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए थे। इसके बाद केंद्रीय भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी बैठक कर संभावित उम्मीदवारों पर चर्चा की।
सूत्रों का कहना है कि भाजपा आगामी रणनीति को ध्यान में रखते हुए ऐसे चेहरे की तलाश में है, जो युवाओं और महिलाओं के बीच लोकप्रिय हो और पार्टी को नए सिरे से मजबूती दे सके। हालांकि, नाम पर अंतिम फैसला नहीं हुआ है, लेकिन यह तय माना जा रहा है कि ओडिशा भाजपा में बड़ा बदलाव जल्द देखने को मिलेगा।
निलंबित नहीं होती तो रेस में सुनीति मुंड भी मजबूत दावेदार!
सूत्रों ने कहा कि ओडिशा भाजपा अध्यक्ष की दौड़ में कई बड़े नाम सामने आ रहे हैं, लेकिन अगर डॉ सुनीति मुंड को पार्टी से सस्पेंड नहीं किया गया होता, तो वह भी इस रेस में एक मजबूत दावेदार मानी जातीं। सुनीति मुंड भुवनेश्वर नगर निगम चुनाव में मेयर पद की उम्मीदवार थीं और उन्होंने करीब 1.4 लाख वोट हासिल कर अपनी राजनीतिक जमीन मजबूत की थी। इसके अलावा, उन्होंने कालाहांडी क्षेत्र में भी काफी सक्रिय भूमिका निभाई है।
बन रही है ओडिशा की उमा भारती’ वाली छवि
सूत्रों का कहना है कि सुनीति मुंड की छवि भाजपा के भीतर ओडिशा की उमा भारती के रूप में बनने लगी है। हाल ही में उन्होंने महाकुंभ के दौरान गेरुआ वस्त्र में कल्पवास कर पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच अपनी अलग पहचान बनाई। अपने कड़े बयानों और आक्रामक शैली की वजह से वह हमेशा सुर्खियों में बनी रहीं।
‘राफेल से मच्छर मारने’ वाला बयान बना चर्चा का विषय
सुनीति मुंड अपने बयानों को लेकर भी चर्चा में रही हैं। जब भुवनेश्वर नगर निगम की मेयर ने मच्छरों को मारने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया था, लेकिन फिर भी डेंगू पर काबू नहीं पाया जा सका, तो पत्रकारों ने उनसे इस पर सवाल किया। इस पर उन्होंने तंज कसते हुए कहा था कि “मेयर को मच्छर मारने के लिए अब राफेल लगाना चाहिए, क्योंकि ड्रोन तो फेल हो चुका है।” उनका यह बयान काफी वायरल हुआ था और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच उन्हें बड़ा समर्थन मिला था।
भाजपा की गतिविधियों में निभाई अहम भूमिका
सुनीति मुंड पार्टी की गतिविधियों में लगातार सक्रिय रही हैं और अपने बयानों से भाजपा कार्यकर्ताओं में एक मजबूत छवि बनाई है। हालांकि, पार्टी के अंदरूनी समीकरणों के चलते उन्हें सस्पेंड कर दिया गया, जिससे उनकी दावेदारी पर विराम लग गया। अगर वह आज पार्टी में सक्रिय होतीं, तो भाजपा उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाने पर गंभीरता से विचार कर सकती थी।