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पोलावरम परियोजना के खिलाफ आदिवासियों का बड़ा प्रदर्शन

  • नवीन पटनायक का भाजपा पर सीधा हमला

  • बीजद अध्यक्ष डिजिटल माध्यम से हुए शामिल

मालकानगिरि। पोलावरम बांध परियोजना के खिलाफ ओडिशा, छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश के प्रभावित लोगों ने मालकानगिरि जिले के मोटू में बड़ा विरोध प्रदर्शन किया। इस रैली में पोलावरम संयुक्त समन्वय समिति के बैनर तले हजारों प्रभावित लोग शामिल हुए। बीजू जनता दल (बीजद) ने इस आंदोलन का समर्थन किया और पार्टी अध्यक्ष तथा ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला।
पटनायक ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार अपने राजनीतिक हितों के लिए आदिवासियों के कल्याण की अनदेखी कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा पोलावरम परियोजना को वित्तीय सहायता देकर आदिवासियों को उजाड़ रही है, क्योंकि आंध्र प्रदेश की सत्ताधारी तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) राजग की सहयोगी है। भाजपा के लिए राजनीतिक फायदे आदिवासियों के अधिकारों से ज्यादा महत्वपूर्ण हैं।
भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर आदिवासियों के लिए न्याय की उनकी पार्टी की मांगों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए पटनायक ने दावा किया कि केंद्र सरकार भाजपा के राजनीतिक हितों की पूर्ति के लिए पोलावरम परियोजना को वित्त पोषित कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा आदिवासियों कल्याण की कीमत पर आंध्र प्रदेश सरकार का समर्थन कर रही है, क्योंकि पड़ोसी राज्य में सत्तारूढ़ तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) की सहयोगी है।
पटनायक ने कहा कि यह स्पष्ट है कि भाजपा के लिए राजनीतिक हित आदिवासियों के हितों से अधिक महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि पोलावरम परियोजना से ओडिशा, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के आदिवासियों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।
कांग्रेस ने प्रदर्शन से बनाई दूरी
इधर, कांग्रेस ने परियोजना का विरोध तो किया, लेकिन इस प्रदर्शन में शामिल नहीं हुई। कांग्रेस विधायक दल के नेता रामचंद्र कदाम ने कहा था कि हम पोलावरम के खिलाफ हैं, लेकिन बीजद के साथ नहीं खड़े हो सकते। उन्होंने मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से स्पष्ट रुख अपनाने की मांग की और कहा कि ओडिशा में आदिवासी मुख्यमंत्री होने के बावजूद भाजपा सरकार चुप है, जिससे साफ है कि वे मोदी सरकार की तुष्टीकरण नीति का समर्थन कर रहे हैं।

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