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भौतिक सत्यापन के बाद होगा फैसला
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गरीबों के राशन कार्ड हैं बिल्कुल सुरक्षित – मंत्री
भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने राशन कार्डधारकों की सख्त जांच प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा की है, जिसमें उन लोगों की भी जांच होगी, जिन्होंने आयकर रिटर्न दाखिल किया है। हालांकि, सरकार ने स्पष्ट किया है कि फिलहाल सिर्फ सत्यापन किया जाएगा, न कि सीधे कार्ड रद्द किए जाएंगे।
खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता कल्याण मंत्री कृष्ण चंद्र पात्र ने मंगलवार को कहा कि अधिकारियों की एक टीम घर-घर जाकर सत्यापन करेगी और पात्रता की पुष्टि करेगी। उन्होंने बताया कि आयकर रिटर्न भरने वालों के राशन कार्ड तत्काल रद्द नहीं किए जा रहे हैं।
पात्र ने कहा कि हमें शिकायत मिली थी कि आयकर रिटर्न दाखिल करने वालों के राशन कार्ड रद्द कर दिए गए हैं। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया है। एक भौतिक सत्यापन प्रक्रिया होगी, जिसके बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी। गरीबों के राशन कार्ड बिल्कुल सुरक्षित हैं, लेकिन जो अपात्र हैं, उनके नाम काटे जाएंगे।
पात्रता की जांच के नए मानदंड
सरकार ने राशन कार्ड पात्रता के लिए आय सीमा तय की है।
• ग्रामीण क्षेत्रों में 10,000 रुपये मासिक से अधिक कमाने वालों की जांच होगी।
• शहरी क्षेत्रों में 15,000 रुपये मासिक से अधिक आय वालों के राशन कार्ड रद्द किए जा सकते हैं।
मंत्री पात्र ने कहा कि यह कदम केवल अपात्र लाभार्थियों को हटाने के लिए उठाया गया है, ताकि सही लोगों को सरकारी अनाज का लाभ मिल सके।
अपात्र लोगों को खुद करना होगा राशन कार्ड सरेंडर
मंत्री ने अपील की कि जो लोग इस पात्रता सीमा में नहीं आते, वे स्वेच्छा से अपने राशन कार्ड सरेंडर कर दें। इससे वास्तव में जरूरतमंद परिवारों को इसका लाभ मिलेगा।
गलती से राशन कार्ड रद्द होने पर क्या करें?
अगर किसी का राशन कार्ड गलती से रद्द हो जाता है, तो वे संबंधित विभाग में शिकायत दर्ज करा सकते हैं। मामले की जांच के बाद, अगर पात्र पाए गए, तो उनका कार्ड पुनः बहाल कर दिया जाएगा।
सरकार ने आश्वासन दिया है कि सत्यापन प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ की जाएगी ताकि किसी भी जरूरतमंद परिवार के साथ अन्याय न हो।