-
हर 100 में से 20 लोग कैंसर जैसी घातक बीमारी के हो रहे हैं शिकार
भुवनेश्वर। 20वें ‘द एसोसिएशन ऑफ फोनो सर्जंस ऑफ इंडिया’ सम्मेलन में विशेषज्ञों ने शादी-विवाह और अन्य सामाजिक आयोजनों में बीड़ी, पान और तंबाकू उत्पादों के उपयोग पर रोक लगाने का आह्वान किया है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी कि इन उत्पादों का सेवन कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों को जन्म दे रहा है।
सम्मेलन में आयोजित पत्रकार सम्मेलन के दौरान वक्ताओं ने बताया कि तंबाकू उत्पादों के कारण हर 100 में से 20 लोग कैंसर जैसी घातक बीमारी का शिकार हो रहे हैं। गले, मुंह और फेफड़ों के कैंसर के मामलों में वृद्धि चिंताजनक है। तंबाकू उत्पादों का सेवन न केवल सेवन करने वाले व्यक्ति के लिए हानिकारक है, बल्कि इसका धुआं अन्य लोगों के स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है।
विशेषज्ञों ने कहा कि शादी-विवाह जैसे सामाजिक कार्यक्रमों में अक्सर बीड़ी, पान और तंबाकू का वितरण एक प्रथा बन गया है, जो युवाओं और अन्य लोगों को तंबाकू सेवन के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने सुझाव दिया कि इन आयोजनों में स्वस्थ और तंबाकू-मुक्त विकल्पों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने जागरूकता बढ़ाने और सामाजिक पहल के माध्यम से तंबाकू उत्पादों के उपयोग को कम करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने सरकार, स्वास्थ्य संगठनों और समाज के विभिन्न वर्गों से सामूहिक प्रयास करने की अपील की ताकि तंबाकू से संबंधित बीमारियों पर नियंत्रण पाया जा सके।
सम्मेलन के दौरान यह भी कहा गया कि तंबाकू के खिलाफ सख्त नियमों के साथ-साथ समाज में इसकी रोकथाम के लिए सकारात्मक वातावरण बनाना बेहद जरूरी है। जन जागरूकता और सामुदायिक समर्थन से इस समस्या का समाधान संभव है।
इस पत्रकार सम्मेलन में एसोशिएशन के संस्थापक अध्यक्ष डाक्टर वीपी कुमार, सचिव डाक्टर आलोक करोलकर, डाक्टर केके सामंतराय तथा डाक्टर खेगेश्वर राउत उपस्थित थे।