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चार बच्चों में तैर कर बचायी अपनी जान
भुवनेश्वर। राजधानी के बालियंता थाना क्षेत्र के रंगबाजार में बुधवार को सरस्वती प्रतिमा विसर्जन के बाद स्नान करते समय कुआखाई नदी में डूबने से दो किशोर छात्रों की मौत हो गई।
दोनों मृतक छात्रों की उम्र 15 वर्ष थी। उनकी पहचान भुवनेश्वर के गंगनगर निवासी सिकुन सेनापति और यूनिट-6 के निवासी दिव्यज्योति महालिक के रूप में हुई है।
सूत्रों के अनुसार, एक निजी ट्यूटोरियल के छह छात्र अपने शिक्षक और एक अन्य कर्मचारी के साथ सरस्वती प्रतिमा विसर्जन के लिए कुआखाई नदी तट पर गए थे। वहां प्रतिमा विसर्जन के बाद सभी ने नदी में स्नान करने का निर्णय लिया। हालांकि तेज धारा के कारण सभी बह गए।
इनमें से चार छात्रों ने किसी तरह तैरकर किनारे पहुंचने में सफलता पाई और उन्हें बचा लिया गया, लेकिन सिकुन और दिव्यज्योति नदी की धारा से संघर्ष नहीं कर पाए और डूब गए।
घटना की सूचना मिलते ही दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे और छात्रों की तलाश शुरू की। लगभग एक घंटे की खोज के बाद दोनों छात्रों को नदी से बाहर निकाला गया और उन्हें सीपीआर दिया गया, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिलने के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
सूत्रों के अनुसार, घटना के समय वहां शिक्षक और एक सहयोगी ही एकमात्र वयस्क मौजूद थे। बताया जा रहा है कि जलाशय में पानी की कमी के कारण उन्होंने कुआखाई नदी में प्रतिमा विसर्जन करने का फैसला किया था।
इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया और शिक्षक से संभावित लापरवाही को लेकर पूछताछ कर रही थी। हालांकि, अब तक अधिकारियों ने कोई अतिरिक्त टिप्पणी नहीं की है।