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भुवनेश्वर में यातायात जाम से निपटने के लिए बड़े फैसले

  • इनर रिंग रोड और एलीवेटेड कॉरिडोर सहित 7,000 करोड़ रुपये की योजना की घोषणा

भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने भुवनेश्वर में यातायात जाम की समस्या से निपटने के लिए लगभग 7,000 करोड़ रुपये की एक मजबूत बुनियादी ढांचा योजना की घोषणा की है। शुक्रवार को इस योजना की जानकारी देते हुए ओडिशा के लोक निर्माण मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने कहा कि राजधानी शहर में यातायात प्रबंधन को लेकर बढ़ती चिंताओं के मद्देनजर यह योजना तैयार की गई है।
योजना की प्रमुख विशेषताओं में जयेदव विहार से नंदनकानन के जू और बोटैनिकल गार्डन तक एक एलीवेटेड कॉरिडोर का निर्माण शामिल है। इसके अलावा, दया वेस्ट कैनाल रोड को पटिया स्टेशन स्क्वायर से सुआंगमौजा तक बढ़ाने की योजना भी है, जो कनेक्टिविटी में सुधार करेगा।
सुंदरपदा से जटनी तक की सड़क होगी चौड़ी
इसके अलावा, सड़क नेटवर्क के सुधार के तहत सुंदरपदा से जटनी तक की सड़क को चौड़ा किया जाएगा। कल्पना चौक, म्यूज़ियम चौक और शिशु भवन चौक पर तीन नए फ्लाईओवर बनेंगे और एजी चौक पर एक अंडरपास का निर्माण किया जाएगा।
पैरेलल रोड बनाने की योजना
राज्य सरकार एक बाएं पैरेलल रोड बनाने की योजना भी बना रही है, जो इंस्टीट्यूट ऑफ मैथमैटिक्स से पठारगडिया-उत्कल अस्पताल-रेल विहार से होते हुए एकाम्र कानन तक जाएगी।
नई पहुंच सड़कों के लिए तीन दाएं पहुंच मार्गों की योजना है। एक डमणा से प्रेस चौक, दूसरा कलराहंग से बारमुंडा और तीसरा केलू चरण पार्क से बारमुंडा तक, साथ ही एक इनर रिंग रोड का निर्माण भी प्रस्तावित है।
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने इन परियोजनाओं की तत्काल शुरुआत की आवश्यकता जताई है और सुनिश्चित किया है कि इन्हें निर्धारित समयसीमा के भीतर पूरा किया जाएगा।
जल निकासी समस्याएं युद्ध स्तर होंगी दूर
लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि एक आदर्श सड़क नीति में नई सड़कों के निर्माण के साथ-साथ नालियों की व्यवस्था भी होनी चाहिए, जो पहले की सरकार में नहीं की गई थी। कुछ स्थानों पर सड़कों के ‘डेड एंड’ पर नालियाँ बनाई गई थीं, जिससे बारिश के पानी का बहाव रुकता था। एक नई सड़क नीति में जल निकासी प्रणाली भी होगी।
उन्होंने कहा कि जहां भी शहर में जलभराव हो रहा है, चाहे वह आरडी विभाग की सड़कें हों, एनएचएआई की सड़कें हों, या लोक निर्माण विभाग की सड़कें हों, हम इन जल निकासी समस्याओं को युद्ध स्तर पर हल करने की योजना बना रहे हैं। हम इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं।
मां तारिणी मंदिर के लिए भी धनराशि आवंटित
इसके अलावा, केंदुझर नगर में मां तारिणी मंदिर और इसके आस-पास के क्षेत्र के सुधार के लिए 214 करोड़ रुपये की विशेष राशि आवंटित की गई है।

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