भुवनेश्वर. मॉस्क, पीपीई कीट समेत कोविद कीट खरीदारी में अनियमितता के आरोपों के बाद राज्य सरकार ने पर्चेज कमेटी के अध्यक्ष के पद से वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हेमंत शर्मा के हटाने के बाद राज्य के विपक्षी पार्टिय़ों ने इस मामले में जाच की मांग की है. इस मामले में जांच के बाद प्रमुख दोषी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है.
भाजपा के प्रदेश सचिव डा लेखाश्री सामंत सिंहार ने कहा कि नवीन पटनायक सरकार हमेशा से ही किसी भी भ्रष्टाचार का मामला सामने आने के बाद किसी को बलि का बकरा बनाते हैं. उसके बाद इसकी आड़ में मुख्य दोषी को बचाया जाता है. इसलिए इस मामले में भी दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए.
उधर, कांग्रेस ने भी इस मामले में जांच की मांग की है. पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व मंत्री सुरेश राउतराय ने कहा कि हेमंत शर्मा को हटाने भर से काम नहीं चलेगा. इस मामले में दोषियों की पहचान कर कार्रवाई की जानी चाहिए.
उल्लेखनीय है कि कोविद-19 के मुकाबले के लिए पीपीई कीट, मास्क, वैंटिलेटर जैसे चीजों की खरीद के लिए आर्डर देने व बाद में उसे न लेने तथा विभिन्न दामों पर खरीद किये जाने को लेकर विवाद सामने आने के बाद राज्य सरकार ने इसके लिए गठित पर्चेज कमेटी के अध्यक्ष तथा भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी हेमंत शर्मा को जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया. राज्य सरकार ने इन चीजों की खरीद के लिए अनेक स्थानों से आर्डर दे दिया, लेकिन जब सामान पहुंचा तो उससे लेने से इनकार कर दिया. इस कारण राज्य सरकार कठघरे में खड़ी थी. विपक्ष ने आरोप लगाया था कि भ्रष्टाचार का कमिशन निर्धारित न हो पाने के कारण ऐसा हो रहा है. इसके अलावा एक ही चीज को विभिन्न वेंडरों से अनेक मूल्यों पर खरीद की गई थी. इसके निर्धारित मूल्य से काफी अधिक मूल्य पर भी चीजें खरीदी गई है. इससे इस पूरे प्रकरण भारी अनियमितता होने संबंधी आरोप लगे थे. इसके बाद राज्य सरकार ने हेमंत को इसके अध्यक्ष पद से हटा दिया था.
कोविद सामग्री की खरीद में किसी प्रकार का भ्रष्टाचार नहीं – स्वास्थ्य मंत्री
राज्य के स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री नवकिशोर दास ने कहा है कि कोविड मुकाबला सामग्री की खरीद में किसी प्रकार का भ्रष्टाचार नहीं हुआ है. राज्य सरकार ने केन्द्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार, ही सारी खरीद की है. जो लोग इस तरह के आरोपों से कोविड योद्धाओं को हतोत्साहित करने का प्रयास कर रहे हैं मैं उसकी निंदा करता हूं.