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‘उत्कर्ष ओडिशा: मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव 2025’ होगा निवेशकों का जमवाड़ा

  • ओडिशा की अर्थव्यवस्था में नया अध्याय जोड़ेगा उत्कर्ष ओडिशा

  • उद्योग जगत की दिग्गज हस्तियों का होगा आगमन

  • एलएन मित्तल, कुमार मंगलम बिड़ला, अनिल अग्रवाल, सज्जन जिंदल, नवीन जिंदल, करण अडानी और टीवी नरेंद्रन के आने से निवेश को मिलेगी नई ऊंचाई

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे उद्घाटन

भुवनेश्वर। ओडिशा की अर्थव्यवस्था के लिए एक नया युग शुरू होने जा रहा है। ‘उत्कर्ष ओडिशा: मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव 2025’ के आयोजन के साथ राज्य ने भारतीय औद्योगिक क्षेत्र में अपनी मजबूत पहचान बनाने के कदम बढ़ाए हैं। इस बहुप्रतीक्षित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा, उद्योग जगत की दिग्गज हस्तियाँ जैसे एल एन मित्तल, कुमार मंगलम बिड़ला, अनिल अग्रवाल, सज्जन जिंदल, नवीन जिंदल, करण अडानी और टीवी नरेंद्रन शामिल होंगे। इनके अलावा केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, अश्विनी वैष्णव और जुएल ओराम शामिल होंगे।
यह कार्यक्रम 28 जनवरी 2025 को भुवनेश्वर स्थित जनता मैदान में आयोजित होगा और इसमें 16 देशों के 100 से अधिक प्रतिनिधि शिरकत करेंगे। इसके अलावा, लगभग 7,500 औद्योगिक प्रतिनिधियों की उपस्थिति की संभावना है, जो ओडिशा की औद्योगिक और आर्थिक दिशा को नया आकार देंगे।
यह जानकारी आज यहां आयोजित एक पत्रकार सम्मेलन में राज्य के उद्योग मंत्री संपद चंद्र स्वाईं ने दी। ‘उत्कर्ष ओडिशा: मेक इन ओडिशा कॉन्क्लेव 2025’ का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे और इस मौके पर राज्य के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी भी उपस्थित होंगे।
5 लाख करोड़ रुपये के निवेश की उम्मीद
उन्होंने बताया कि उत्कर्ष ओडिशा 2025 से राज्य में 5 लाख करोड़ रुपये के निवेश की उम्मीद जताई जा रही है, जो ओडिशा को औद्योगिक क्षेत्र में एक प्रमुख स्थान दिलाएगा। इसके साथ ही, ओडिशा सरकार ने हाल ही में 159 औद्योगिक प्रस्तावों को मंजूरी दी है, जिनमें कुल निवेश 2.75 लाख करोड़ रुपये का है। इन परियोजनाओं से 2.15 लाख नौकरियां सृजित होंगी, जो राज्य की आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
औद्योगिक हब बनाने की दिशा में अहम कदम
यह कार्यक्रम ओडिशा को एक औद्योगिक हब बनाने की दिशा में अहम कदम साबित हो सकता है, जिससे न केवल निवेश बढ़ेगा, बल्कि रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि होगी। ओडिशा सरकार की योजनाओं के तहत, राज्य में ऊर्जा, लौह अयस्क, स्टील और हरित ऊर्जा क्षेत्रों में प्रमुख निवेश की संभावना जताई जा रही है, जो राज्य की आर्थिक समृद्धि को बढ़ावा देगा।
ओडिशा सरकार की इन योजनाओं और निवेशों से राज्य की अर्थव्यवस्था में नया जोश आएगा और आने वाले वर्षों में यह राज्य एक महत्वपूर्ण औद्योगिक केंद्र के रूप में उभर सकता है।
100 करार होने की उम्मीद
मंत्री संपद  चंद्र स्वाईं ने बताया कि इस दौरान 100 समझौते होने का लक्ष्य रखा गया है, लेकिन यह आंकड़ा बढ़ भी सकता है। उन्होंने बताया कि इस दौरान स्थानीय स्टार्टअप इको सिस्टम को बढ़ावा देने के लिए कई सत्र आयोजित होंगे। राउंड टेबल बैठकें होंगी। मंत्री ने बताया कि पिछले ट्रैक से हटकर इस बार टेक्सटाइल, पेट्रो केमिकल, सिनेमा, ग्रीन एनर्जी, ईवी बैट्री, इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी के साथ-साथ नये क्षेत्रों पर फोकस किया गया है।

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