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नेताजी जन्मस्थान संग्रहालय में 23 जनवरी को ओडिशा के मुख्यमंत्री करेंगे कार्यक्रम का उद्घाटन
भुवनेश्वर। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जन्मस्थली, ऐतिहासिक कटक शहर के बारबाटी किले में 23 जनवरी से 25 जनवरी तक पराक्रम दिवस मनाया जाएगा। नेताजी की 128वीं जयंती के अवसर पर तीन दिनों तक चलने वाले बहुआयामी कार्यक्रम का उद्घाटन ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी करेंगे।
केंद्र सरकार के निर्णय के अनुसार, देश में पहला पराक्रम दिवस कोलकाता स्थित विक्टोरिया मेमोरियल हॉल में मनाया गया था। 2022 में, नई दिल्ली के इंडिया गेट पर नेताजी की होलोग्राम वाली एक प्रतिमा का अनावरण किया गया। 2023 में, अंडमान निकोबार द्वीप समूह के 21 छोटे-बड़े द्वीपों का नाम 21 परमवीर चक्र विजेताओं के नाम पर रखा गया। 2024 में, नई दिल्ली स्थित ऐतिहासिक लाल किले में प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया था।
इसी परंपरा के तहत इस वर्ष नेताजी के जन्मस्थान कटक शहर में केंद्रीय संस्कृति विभाग की ओर से राष्ट्रीय पराक्रम दिवस मनाने का कार्यक्रम आयोजित किया गया है। तीन दिवसीय कार्यक्रम के तहत, ओडिशा के मुख्यमंत्री और अन्य अधिकारी नेताजी जन्मस्थान संग्रहालय में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे और संग्रहालय परिसर में राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे। इसके बाद बारबाटी किले में राष्ट्रीय स्तर का पराक्रम दिवस मनाया जाएगा।
प्रधानमंत्री के एक वीडियो संदेश के साथ शुरू होने वाले इस आयोजन में नेताजी से संबंधित विभिन्न पुस्तकें, फोटो, पत्र और दस्तावेज प्रदर्शित किए जाएंगे। नेताजी के जीवन वृत्तांत और स्वतंत्रता संग्राम पर आधारित विभिन्न तथ्य भी प्रदर्शित किए जाएंगे। इस अवसर पर चित्रकला शिविर और मूर्तिकला निर्माण की भी व्यवस्था की गई है। नेताजी और ओडिशा से जुड़े विभिन्न प्रसंगों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ फिल्मों का प्रदर्शन भी किया जाएगा।