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मारे गए नक्सलियों में ओडिशा के जयराम उर्फ चेलापति भी शामिल
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इस पर एक करोड़ रुपये का था इनाम
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माओवादी विरोधी अभियान में सीआरपीएफ और पुलिस की बड़ी सफलता
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खुफिया जानकारी के आधार पर ऑपरेशन शुरू
भुवनेश्वर। ओडिशा और छत्तीसगढ़ पुलिस ने सीआरपीएफ के साथ मिलकर ओडिशा के नुआपाड़ा जिले की सीमा पर बड़े माओवादी विरोधी अभियान में 16 नक्सलियों को मार गिराया। मंगलवार सुबह हुई इस कार्रवाई को सुरक्षा बलों की बड़ी सफलता माना जा रहा है।
ओडिशा पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी बयान के अनुसार, 19 जनवरी की रात खुफिया जानकारी मिली थी कि छत्तीसगढ़ के कुलरिघाट आरक्षित वन क्षेत्र में भारी संख्या में माओवादियों की मौजूदगी है। यह इलाका ओडिशा सीमा से लगभग 5 किमी दूर है। इसके बाद ओडिशा पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी), छत्तीसगढ़ पुलिस की डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (डीआरजी), कोबरा और सीआरपीएफ ने संयुक्त अभियान चलाया।
पहले दिन दो महिला नक्सली ढेर
बताया गया है कि सोमवार को अभियान के पहले दिन दो महिला नक्सलियों को मार गिराया गया। इस दौरान सुरक्षा बलों ने एसएलआर, अन्य हथियार, गोलाबारूद और आईईडी बरामद किए। इसके बाद अभियान तेज कर मंगलवार को 14 और नक्सलियों को मार गिराया गया।
जारी है तलाशी अभियान
पुलिस मुख्यालय के अनुसार, अब तक 16 नक्सलियों के शव बरामद किए जा चुके हैं। मारे गए नक्सलियों में ओडिशा के जयराम उर्फ चेलापति भी शामिल हैं, जिन पर एक करोड़ रुपये का इनाम था। जयराम माओवादियों की केंद्रीय समिति का सदस्य था। इस अभियान में ए.के.-47, एसएलआर और अन्य स्वचालित हथियार बरामद हुए हैं।
नक्सलवाद अपने अंतिम चरण में – अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस ऑपरेशन की सराहना करते हुए इसे नक्सलवाद पर एक और बड़ा प्रहार बताया। उन्होंने कहा कि नक्सल मुक्त भारत बनाने की दिशा में हमारे सुरक्षा बलों की यह बड़ी सफलता है। सीआरपीएफ, एसओजी ओडिशा और छत्तीसगढ़ पुलिस ने 14 नक्सलियों को मार गिराया। नक्सलवाद आज अपने अंतिम चरण में है।
विकास के लिए नक्सलवाद का अंत जरूरी – अरुण साव
छत्तीसगढ़ के उप-मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि गृह मंत्री ने ऐलान किया है कि 31 मार्च 2026 तक देश को नक्सल मुक्त बना दिया जाएगा। सुरक्षा बल इस दिशा में साहसपूर्वक काम कर रहे हैं और लगातार सफल हो रहे हैं। अरुण साव ने कहा कि राज्य के विकास के लिए नक्सलवाद का अंत जरूरी है। मैं सुरक्षा बलों की इस उपलब्धि पर उन्हें बधाई देता हूं। अभी भी अभियान जारी है और अधिकारियों ने संकेत दिए हैं कि मारे गए नक्सलियों की संख्या और बढ़ सकती है।