भुवनेश्वर: भुवनेश्वर विकास प्राधिकरण (बीडीए) ने आज शहर के खंडगिरी क्षेत्र में स्थित विवादित बैकुंठ धाम आश्रम को ध्वस्त कर दिया। आश्रम की इमारत को बुलडोजर की मदद से तोड़ा गया । इस दौरान संबंधित बीडीए अधिकारियों और पुलिस उपस्थित थे । आश्रम कथित तौर पर सरकारी जमीन पर बनाया गया था। एजेंसी ने कल ही आश्रम के निवासियों को इसे खाली करने का निर्देश दिया था।
इस महीने की शुरुआत में, उड़ीसा उच्च न्यायालय ने आश्रम की बेदखली पर लगी अंतरिम रोक को हटा दिया था, क्योंकि आश्रम प्रबंधन निर्माण के लिए आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत करने में विफल रहा।
आश्रम गलत कारणों से चर्चा में था । वहां एक बच्चे की भगवान विष्णु के ‘कल्कि‘ अवतार के रूप में पूजा की जा रही थी।
भुवनेश्वर विकास प्राधिकरण के एक अधिकारी ने बताया कि आश्रम घाटिकिया क्षेत्र में प्लॉट नंबर 9037 और 9038 पर स्थित था, जिसमें 0.140 एकड़ भूमि शामिल थी। जांच में पाया गया कि यह जमीन सरकारी थी ।
गौरतलब है कि आश्रम विवाद में तब आया जब ओडिशा समाजसेवी महासंघ ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसमें आरोप लगाया गया कि काशीनाथ मिश्रा नामक व्यक्ति ने दावा किया कि उनका बेटा भगवान विष्णु का अवतार है। शिकायत के अनुसार, मिश्रा ने अपने बेटे के चरणों में तुलसी पत्ते और भगवद गीता रखकर उसकी पूजा की।
बच्चे की पूजा करते हुए तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं, जिससे यह मामला चर्चाओं और आलोचनाओं का केंद्र बन गया। इस विवाद के चलते अंततः आज आश्रम को ध्वस्त कर दिया गया।