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श्रद्धालुओं ने पवित्र त्रिमूर्ति के मकर चौरासी वेश में दर्शन किए
पुरी। मकर संक्रांति के पावन अवसर पर पुरी के प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर में मंगलवार को विशेष अनुष्ठानों का आयोजन किया गया। इस दौरान भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा को विशेष पोशाकों में सजाकर रत्न सिंहासन पर विराजमान किया गया।
मंदिर परंपराओं के अनुसार, मकर संक्रांति के दौरान देवी लक्ष्मी अपने मायके जाती हैं और इस अवसर पर मां यशोदा अपने पुत्र को पीठा सहित विभिन्न व्यंजन परोसती हैं। इसके बाद देवी लक्ष्मी जब 12वीं सदी के इस मंदिर में लौटती हैं, तो वे विशेष भोग लेकर आती हैं। इनमें मकर चावल, जो सुगंधित चावल, खुआ (गाढ़ा दूध) और चीनी से बनाया जाता है, शामिल होता है।
मकर बेधा अनुष्ठानों के हिस्से के रूप में धानु मुआं और अन्य पारंपरिक व्यंजन भी तैयार किए जाते हैं। ये परंपराएं मकर संक्रांति से जुड़े सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व को दर्शाती हैं।
इस शुभ दिन पर श्रद्धालुओं ने पवित्र त्रिमूर्ति के मकर चौरासी वेश में दर्शन किए। साथ ही, चूनारा सेवकों ने मंदिर के शीर्ष पर परंपरागत रामानंदी चिता की चित्रकारी की।