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न्यायिक अभिलेखागार विधि व्यवस्था की एक समृद्ध परंपरा का भंडार होगा : मुख्यमंत्री

  • ओडिशा उच्च न्यायालय का न्यायिक अभिलेखागार उद्घाटित

कटक। ओडिशा उच्च न्यायालय का न्यायिक अभिलेखागार न्यायपालिका के प्रगतिशील दृष्टिकोण का प्रतीक है। यह न्याय प्रशासन की सीमाओं से परे जाकर इतिहास, संस्कृति और शिक्षा के क्षेत्र को व्यापक करेगा। न्यायिक दस्तावेजों, रिकॉर्ड और कलाकृतियों के संरक्षण के मामले में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। यह आने वाले समय में विधि शोधकर्ताओं, छात्रों और इतिहासकारों के लिए एक अमूल्य संपत्ति बनकर रहेगा। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने ये बातें कहीं। आज कटक में ओडिशा उच्च न्यायालय के न्यायिक अभिलेखागार का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हमारी न्यायपालिका की समृद्ध परंपरा को आने वाली पीढ़ियों के लिए संरक्षित रखने की सामूहिक प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज न्याय देवी की आंखों से पट्टी हट चुकी है। अब न्याय देवी खुले नेत्रों से एक हाथ में संविधान और दूसरे हाथ में न्याय का तराजू लेकर दोनों पक्षों को सुनकर संविधान की विधि व्यवस्था के अनुसार न्याय प्रदान कर रही हैं। भारतीय न्याय व्यवस्था विश्वभर में अद्वितीय है और इसी कारण पूरा देश आज गर्वित है। आज के इस न्यायिक अभिलेखागार के उद्घाटन को हमारी विधि व्यवस्था की समृद्ध परंपरा का भंडार मानते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह विधि इतिहास, ऐतिहासिक मामलों और अमूल्य उदाहरणों का संग्रह होगा। यह ओडिशा और हमारे देश के विधि परिदृश्य को स्थायी रूप से सशक्त करेगा।
इस परिकल्पना को वास्तविकता में बदलने के लिए मुख्य न्यायाधीश और ओडिशा उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों द्वारा किए गए अथक प्रयासों के लिए मुख्यमंत्री ने धन्यवाद अर्पित किया। राज्य सरकार न्यायपालिका के सुधार और उन्नति के लिए प्रतिबद्ध है। न्यायिक आधार को मजबूत करने, विधि व्यवस्था में व्यावसायिक ज्ञान और कौशल को प्रभावी बनाने और सभी तक न्याय पहुंचाने के लिए सरकार कार्य करती रहेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अपराध दर को कम करने के लिए कदम उठा रही है। महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मामलों में सख्त कार्रवाई के लिए चार जिलों में महिला अदालतें स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में ऐसे और स्वतंत्र न्यायालय माननीय उच्च न्यायालय के मार्गदर्शन में स्थापित किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सेंटर फॉर जुडिशियल आर्काइव्स पूरे देश के लिए ज्ञान और न्यायिक शिक्षा का एक प्रेरणास्रोत बनेगा।
ओडिशा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश चक्रधारी शरण सिंह ने राज्य की विभिन्न अदालतों में रखे गए पुराने दस्तावेजों के संरक्षण पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि न्यायिक अभिलेखागार का उद्घाटन पूरे राज्य के लिए गर्व का विषय है और यह राज्य की न्यायिक राजधानी कटक के लिए एक अनूठा उपहार है। यह विधि प्रशासन के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित होगा।
राज्य के विधि मंत्री श्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि राज्य सरकार शीघ्र न्याय और न्याय को सभी तक पहुंचाने के लिए प्रयासरत है। न्याय व्यवस्था में व्यावसायिक सुधार लाने के साथ इसे आधुनिक बनाकर सरकार इसे कुशल, पारदर्शी और सभी के लिए सुलभ बनाने के लिए काम कर रही है। न्यायिक अभिलेखागार इस दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है। आज के इस कार्यक्रम में उच्च न्यायालय के न्यायाधीश, महाधिवक्ता और कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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