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प्रवासी भारतीय दिवस के दिन घरों को दिवाली की तरह सजाने की अपील
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प्रशासन ने सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने और राज्य संग्रहालय को रात नौ बजे तक खुला रखने जैसे इंतजाम किए
भुवनेश्वर। प्रवासी भारतीय दिवस के अवसर पर आने वाले सभी मेहमानों के स्वागत के लिए ओडिशा तैयार है। ओडिशा सरकार ने राज्य में पहली बार आयोजित किये जा रहे प्रवासी भारतीय दिवस (पीबीडी) समारोह को यादगार बनाने के लिए मंगलवार को भुवनेश्वर के लोगों से दिवाली उत्सव की तरह अपने घरों को सजाने की अपील की।
सूत्रों ने बताया कि राज्य सरकार विदेश मंत्रालय के सहयोग से भुवनेश्वर में प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन कर रही है, जिसमें दुनिया भर से करीब 5,000 प्रतिनिधि भाग लेंगे। उन्होंने बताया कि ये मेहमान करीब 150 देशों से आएंगे।
प्रशासन ने सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने और राज्य संग्रहालय को रात नौ बजे तक खुला रखने जैसे इंतजाम किए हैं। यहां तक कि राज्य की राजधानी के लोगों से अपील की गई है कि वे अपने घरों को दिवाली की तरह सजाएं।
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने भी लोगों से इस अवसर पर प्रवासी भारतीयों का स्वागत करने और उन्हें उचित सम्मान देने का आग्रह किया है। माझी ने कहा कि हम सब मिलकर इस प्रवासी भारतीय दिवस को सफल बनाएं और यह सुनिश्चित करने का प्रयास करें कि प्रवासी भारतीयों को ओडिशा में अपने जीवन का सर्वोत्तम अनुभव मिले।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्व भर से भारतीय मूल के लोग ओडिशा आ रहे हैं। प्रवासी भारतीय दिवस ओडिशा की समृद्ध कला, संस्कृति और विरासत को विश्व के समक्ष प्रदर्शित करने का एक बड़ा अवसर है। ओडिशा के आवास एवं शहरी विकास मंत्री कृष्ण चंद्र महापात्र ने भुवनेश्वर के लोगों से अपने घरों को रोशनी से सजाने और रंगोलियां बनाने की अपील की।
मंत्री ने कहा कि दुकानों और मॉल मालिकों से भी अनुरोध किया गया है कि वे अपने प्रतिष्ठानों को रोशनी और फूलों के गमलों से सजाएं।
भुवनेश्वर नगर निगम और भुवनेश्वर विकास प्राधिकरण ने पूरी राजधानी को सजाया है। ओडिशा के संस्कृति मंत्री सूर्यवंशी सूरज ने कहा कि बुधवार से शुरू हो रहे प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के दौरान भुवनेश्वर स्थित राज्य संग्रहालय तीन दिनों तक शाम साढ़े पांच बजे के बजाय रात नौ बजे तक खुला रहेगा।
एक अनोखा अवसर
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने प्रवासी भारतीय दिवस को सफल बनाने के लिए राज्यवासियों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि यह आयोजन ओडिशा की समृद्ध कला, संस्कृति और विरासत को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करने का एक अनोखा अवसर है।
मुख्यमंत्री ने अपने वक्तव्य में कहा कि यह ओडिशा के लिए गर्व का क्षण है क्योंकि हम विश्व के विभिन्न कोनों से आए भारतीयों का स्वागत कर रहे हैं। यह राज्य की विरासत और वैश्विक योगदान को उजागर करने का एक बेहतरीन अवसर है।”
सजकर तैयार है भुवनेश्वर
आयोजन को यादगार और सुखद बनाने के लिए भुवनेश्वर और कटक शहरों को पूरी तरह से साफ-सुथरा और सजाया गया है। मुख्यमंत्री ने नागरिकों से प्रवासी भारतीयों के प्रति सम्मान और गर्मजोशी भरा स्वागत करने की अपील की।
घर जैसा अनुभव महसूस कराएं
उन्होंने कहा कि मैं सभी से आग्रह करता हूं कि हमारे मेहमानों का सम्मानपूर्वक स्वागत करें और उन्हें ऐसा अनुभव दें जिससे वे घर जैसा महसूस करें। आइए, हम सब मिलकर इस प्रवासी भारतीय दिवस को भव्य रूप से सफल बनाएं और सुनिश्चित करें कि हमारे मेहमान यहां से खुशहाल यादों के साथ लौटें। इस बार का प्रवासी भारतीय दिवस ओडिशा की सांस्कृतिक समृद्धि और गर्मजोशी भरे आतिथ्य को प्रदर्शित करने के लिए एक यादगार अवसर बनकर उभरेगा।