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स्नेक हेल्पलाइन ने सख्त कार्रवाई की मांग की
भुवनेश्वर। ओडिशा में स्नेक हेल्पलाइन ने सोशल मीडिया पर भारतीय फ्लैप शेल कछुए के शिकार और पकाने के वीडियो पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
स्नेक हेल्पलाइन के महासचिव शुभेंदु मल्लिक ने प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) और मुख्य वन्यजीव वार्डन को लिखे पत्र में बताया कि यह वीडियो इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर पोस्ट किया गया है।
वीडियो में शेड्यूल-I में सूचीबद्ध भारतीय फ्लैप शेल कछुए के शिकार, पकाने और खाने को दिखाया गया है। मल्लिक ने बताया कि उन्होंने यह वीडियो डाउनलोड कर लिया है और इसे पत्र के साथ सबूत के रूप में संलग्न किया है। उन्होंने यह भी कहा कि वीडियो भारतीय वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की धारा 9 का स्पष्ट उल्लंघन है। मल्लिक ने पत्र में वीडियो का यूआरएल और स्क्रीनशॉट्स भी जांच के लिए संलग्न किए हैं।
वीडियो ओडिशा में शूट किया गया माना जा रहा है, और इसमें शामिल व्यक्ति संभवतः ओड़िया है। मल्लिक ने कहा कि इस तरह के वीडियो अन्य लोगों को भी कछुए का मांस खाने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।
मल्लिक ने कहा कि सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो पोस्ट करने का उद्देश्य अधिक लाइक्स और व्यूज प्राप्त करना है, जिससे सोशल मीडिया कंपनियों से गैरकानूनी रूप से धन कमाया जा सके।
मल्लिक ने वन विभाग से मांग की है कि शेड्यूल-I वन्यजीव का शिकार करने और सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।