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प्रवासी भारतीय दिवस 2025 को बाधित करने की चेतावनी दी
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भुवनेश्वर को “मंदिरों का शहर” के बजाय “आतंक का शहर” बताया
भुवनेश्वर। खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने प्रवासी भारतीय दिवस 2025 को बाधित करने की धमकी दी है। यह भव्य आयोजन पहली बार ओडिशा के भुवनेश्वर में 8 जनवरी को आयोजित होने वाला है। पन्नू ने वरिष्ठ पत्रकार अक्षय साहू को ईमेल और वीडियो संदेश भेजकर यह धमकी दी।
पन्नू ने वीडियो में भुवनेश्वर को “मंदिरों का शहर” के बजाय “आतंक का शहर” बताते हुए अपने समर्थकों से कार्यक्रम को बाधित करने का आह्वान किया। उसने चेतावनी दी कि लोग भुवनेश्वर हवाई अड्डे से जनता मैदान तक जाने वाले इलाके से दूर रहें।
वीडियो संदेश में धमकी
पन्नू ने अपने वीडियो में कहा कि भुवनेश्वर में प्रवासी भारतीय आतंक दिवस का आयोजन हो रहा है। यह भारत की जासूसी नेटवर्क को दोबारा खड़ा करने का प्रयास है। खालिस्तानी समर्थक इसे नाकाम करेंगे।
उसने यह भी कहा कि जो लोग वहां जा रहे हैं, वे सतर्क रहें और उस क्षेत्र से दूर रहें। यह भारत की हिंदू आतंकवादी नेटवर्क का हिस्सा है, जो विभिन्न देशों की संप्रभुता के खिलाफ काम कर रहा है।
डीजीपी/आईजीपी सम्मेलन के दौरान भी दी धमकियां
यह पहली बार नहीं है जब पन्नू ने भुवनेश्वर में किसी बड़े आयोजन को बाधित करने की धमकी दी हो। पिछले साल भी उसने डीजीपी/आईजीपी सम्मेलन 2024 को निशाना बनाने की बात कही थी, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने भाग लिया था। हालांकि, सुरक्षा के कड़े इंतजामों के कारण वह सम्मेलन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
पन्नू की धमकियों के मद्देनजर ओडिशा पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। प्रवासी भारतीय दिवस के लिए सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। आयोजन स्थल के आसपास सुरक्षा बल तैनात किए जा रहे हैं, और सभी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।
प्रवासी भारतीय दिवस का महत्व
गौरतलब है कि प्रवासी भारतीय दिवस भारतीय प्रवासी समुदाय की उपलब्धियों को सम्मानित करने और उन्हें भारत के विकास से जोड़ने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। इस बार भुवनेश्वर में आयोजित हो रहे इस कार्यक्रम में देश-विदेश से बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीय शामिल होने वाले हैं।
प्रशासन ने कहा है कि कार्यक्रम शांतिपूर्ण और सफलतापूर्वक आयोजित किया जाएगा।