-
बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 91,000 करोड़ रुपये
-
अगले तीन वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य
-
लोक निर्माण मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने की घोषणा
भुवनेश्वर। राज्य में जिलों के बीच कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए ओडिशा सरकार 2,600 किलोमीटर लंबी ग्रैंड रिंग रोड का निर्माण करेगी। यह जानकारी लोक निर्माण मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन ने कटक में एक कार्यक्रम के दौरान दी।
मंत्री ने बताया कि इस बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 91,000 करोड़ रुपये है और इसे अगले तीन वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
मंत्री हरिचंदन ने कहा कि यह रिंग रोड नेटवर्क यात्रा समय को काफी हद तक कम करेगा। इस व्यापक मार्ग पर बिना किसी बाधा के 24 घंटे में यात्रा की जा सकेगी।
यह ग्रैंड रिंग रोड मालकानगिरि के मोटू और मयूरभंज के टिरिंग के बीच एक महत्वपूर्ण लिंक स्थापित करेगा। इसके अलावा, खनिज-समृद्ध क्षेत्रों केंदुझर और बड़बिल के आसपास एक विशेष रिंग रोड का निर्माण किया जाएगा, जिसके लिए 2,200 करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश होगा।
भुवनेश्वर, कटक और पुरी जैसे प्रमुख शहरी केंद्रों के चारों ओर भी रिंग रोड विकसित किए जाएंगे, जिससे इन शहरों में ट्रैफिक जाम कम होगा।
सतत विकास पर जोर
मंत्री ने राज्य के सड़क नेटवर्क को बेहतर बनाने की प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि हम अपने नागरिकों के जीवन को आसान बनाने और आर्थिक विकास का समर्थन करने के लिए उन्नत बुनियादी ढांचा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सरकार का यह कदम राज्य में कनेक्टिविटी को सुदृढ़ करेगा और परिवहन प्रणाली में महत्वपूर्ण सुधार लाएगा। यह परियोजना ओडिशा के विकास और सतत प्रगति के लिए एक मील का पत्थर साबित हो सकती है।