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3 जनवरी से 13 जनवरी 2025 तक बरगड़ में होगा आयोजित
भुवनेश्वर। आज पर्यटन विभाग में धनु यात्रा महोत्सव की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता उप मुख्यमंत्री एवं पर्यटन मंत्री प्रभाती परिडा ने की। यह प्रतिष्ठित महोत्सव 3 जनवरी से 13 जनवरी 2025 तक बरगड़ में आयोजित किया जाएगा। धनु यात्रा, जिसे दुनिया का सबसे बड़ा खुले मंच पर आयोजित नाटक महोत्सव माना जाता है, भगवान कृष्ण और उनके राक्षस मामा कंस की कथा पर आधारित है। महोत्सव के दौरान बरगड़ को मथुरा राज्य के रूप में परिवर्तित किया जाता है, जबकि जीरा नदी यमुना का प्रतीक बनती है। यह अनोखा सांस्कृतिक उत्सव ओडिशा की कहानी कहने की परंपराओं को प्रस्तुत करता है और दुनिया भर से आगंतुकों को आकर्षित करता है।
बैठक में विकास आयुक्त अनु गर्ग, पर्यटन विभाग के आयुक्त एवं सचिव बलवंत सिंह, पर्यटन निदेशक समर्थ वर्मा, संस्कृति निदेशक विजय केतन उपाध्याय, कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट आदित्य गोयल, कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट सिद्देश्वर बलीराम बॉन्डर, जिला पुलिस अधीक्षक प्रह्लाद सहाय मीणा और नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के निदेशक चित्तरंजन त्रिपाठी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
बैठक में धनु यात्रा की अपील को अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने पर जोर दिया गया। चर्चा में डिजिटल माध्यम से लाइव स्ट्रीमिंग और प्रमुख स्थानों पर एलईडी डिस्प्ले के माध्यम से प्रचार-प्रसार, सांस्कृतिक कार्यक्रमों को और अधिक गतिशील और प्रभावशाली बनाने और आगंतुकों की सुविधा के लिए बेहतरीन लॉजिस्टिक व्यवस्था सुनिश्चित करने पर ध्यान दिया गया। इसके अलावा, देब्रीगढ़ वन्यजीव अभयारण्य, हीराकुद बांध और स्थानीय शिल्प क्लस्टर जैसे पास के आकर्षणों को महोत्सव के अनुभव में शामिल करने की योजना बनाई गई। नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा और ललित कला अकादमी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों की भागीदारी पर भी चर्चा हुई, ताकि महोत्सव में सांस्कृतिक गहराई और जीवंतता जोड़ी जा सके।
उप मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को महोत्सव की भव्यता और प्रामाणिकता को बनाए रखने के साथ ही इसके सफल आयोजन को सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने ओडिशा की सांस्कृतिक समृद्धि को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करने और धनु यात्रा को एक प्रमुख सांस्कृतिक आयोजन के रूप में स्थापित करने के महत्व पर जोर दिया।