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ओडिशा में सियासी बहस तेज
भुवनेश्वर। ओडिशा में कोविड-19 प्रबंधन के दौरान 144.88 करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितताओं का मामला सामने आने के बाद राजनीतिक बहस छिड़ गई है। यह खुलासा भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की ताज़ा रिपोर्ट में हुआ है, जो शनिवार को जारी की गई।
रिपोर्ट के अनुसार खुर्दा और कटक जिलों में कई निजी अस्पतालों को बिना बिलों की उचित जांच के भारी धनराशि का भुगतान किया गया। इनमें भुवनेश्वर स्थित सुम अस्पताल, हाई-टेक, ब्लू व्हील, कीड्स अस्पताल, संजीवनी, आदित्य अश्विनी और स्पर्श अस्पताल के साथ-साथ कटक के सन अस्पताल शामिल हैं।
भाजपा ने इन अनियमितताओं को लेकर बीजू जनता दल (बीजद) से जवाबदेही की मांग की है। भाजपा के प्रवक्ता समीर रंजन दाश ने कहा कि हमारी सरकार की नीति भ्रष्टाचार के प्रति शून्य सहिष्णुता की है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
वहीं, बीजद ने इन आरोपों को खारिज करते हुए अपने कोविड-19 प्रबंधन को सराहनीय बताया। राजनगर क्षेत्र के बीजद विधायक ध्रुव साहू ने कहा कि नवीन पटनायक सरकार का कोविड-19 प्रबंधन पूरी दुनिया में प्रशंसा का पात्र रहा है। कैग रिपोर्ट तथ्यों पर आधारित नहीं है।