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खेप ओडिशा पहुंचने से कीमतों में स्थिरता की उम्मीद – पात्र
भुवनेश्वर। ओडिशा में आलू की कीमतों में स्थिरता लाने के लिए राज्य सरकार ने उत्तर प्रदेश से 300 ट्रकों में आलू मंगवाने का निर्णय लिया है। खाद्य एवं उपभोक्ता कल्याण मंत्री कृष्ण चंद्र पात्र ने रविवार को मीडिया को बताया कि यह खेप सोमवार तक ओडिशा पहुंच जाएगी।
मंत्री पात्र ने कहा कि 300 ट्रक आलू पहले ही रवाना हो चुके हैं। उम्मीद है कि ये कल तक ओडिशा पहुंच जाएंगे। फिलहाल आलू की कीमत लगभग 35 प्रति किलो के आसपास है, अधिकतम 40 प्रति किलो तक बिक रहा है। ट्रकों के पहुंचने के बाद कीमतें सामान्य हो जाएंगी।
सरकार का यह कदम आलू की कीमतों में उतार-चढ़ाव को नियंत्रित करने और उपभोक्ताओं को राहत देने के उद्देश्य से उठाया गया है। खेप के जल्द ही पहुंचने की उम्मीद में स्थानीय व्यापारी और उपभोक्ता राहत महसूस कर रहे हैं।
इसके साथ ही पात्र ने आलू की कालाबाजारी में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि हम आलू की कीमतों को नियंत्रित करने और नागरिकों को सस्ती दरों पर उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
ममता बनर्जी पर साधा निशाना
इसके अलावा, मंत्री पात्र ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने ओडिशा को आलू निर्यात रोक दिया है।
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में लगभग 7 लाख मीट्रिक टन आलू का भंडार है। राज्य को 5 लाख मीट्रिक टन की आवश्यकता है, जबकि 2 लाख मीट्रिक टन आलू ओडिशा को दिया जा सकता है। लेकिन उन्होंने आलू से लदे ट्रकों को रोक दिया। यह लोकतांत्रिक देश है। हर राज्य की अपनी उत्पादन क्षमता होती है और हम एक-दूसरे पर निर्भर हैं।
मंत्री पात्र ने ममता बनर्जी से अपील की कि वे इस निर्णय पर पुनर्विचार करें, क्योंकि इसका नुकसान पश्चिम बंगाल को ही होगा। उन्होंने कहा कि अगर आलू निर्यात नहीं किया गया तो वे सड़ जाएंगे। पूरा देश हमारा है और हमें आपसी सहयोग से काम करना चाहिए।