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1 दिसंबर को भुवनेश्वर में खालिस्तानी झंडा फहराने पर 25 लाख का इनाम की घोषणा की
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धमकी से मचा हड़कंप
भुवनेश्वर। खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की ओर से शनिवार को भेजे गए धमकी भरे ईमेल से ओडिशा के पत्रकारों और सुरक्षा एजेंसियों में हलचल मच गई। पन्नू ने एक ऑडियो संदेश में भुवनेश्वर को “मंदिरों का शहर नहीं, बल्कि आतंक का शहर” करार देते हुए 1 दिसंबर को ‘डी-डे’ घोषित किया है।
ईमेल में क्या कहा गया?
• पन्नू ने धमकी दी है कि 1 दिसंबर को भुवनेश्वर में खालिस्तानी झंडा फहराने वाले को 25 लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा।
• उसने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को निशाना बनाते हुए कहा कि वे भुवनेश्वर में सबसे बड़े सुरक्षा खतरे को जन्म दे रहे हैं।
• पन्नू ने भुवनेश्वर में चल रहे डीजीपी-आईजीपी सम्मेलन को “आतंकवादी” करार देते हुए नक्सलियों, माओवादियों और कश्मीरी उग्रवादियों से इसे निशाना बनाने का आह्वान किया।
सुरक्षा व्यवस्था सख्त
पन्नू के इस ईमेल और ऑडियो संदेश के बाद भुवनेश्वर पुलिस ने सुरक्षा कड़ी कर दी है। पुलिस कमिश्नर एस देवदत्त सिंह ने कहा कि सभी संदेशों की जांच की जा रही है। एक विशेष टीम इस मामले पर काम कर रही है। सुरक्षा के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया गया है। पत्रकारों को भेजे गए ईमेल की जांच के लिए क्राइम ब्रांच की टीम भी सक्रिय हो गई है।
पन्नू का ‘खतरनाक’ संदेश
पन्नू ने अपने संदेश में हिंदुत्व विचारधारा को निशाना बनाते हुए डीजीपी-आईजीपी सम्मेलन को खालिस्तान समर्थकों, कश्मीरी लड़ाकों, नक्सलियों और माओवादियों के खिलाफ षड्यंत्र का हिस्सा बताया। उसने कहा कि प्रो-खालिस्तान सिख आजादी के लिए मरने को तैयार हैं। क्या भारतीय पुलिस प्रमुख भारत की क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए अपनी जान देने को तैयार हैं?
सुरक्षा एजेंसियां हुईं सतर्क
पन्नू की धमकी से ओडिशा पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। लोकसेवा भवन में चल रहे सम्मेलन और बीजू पटनायक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की सुरक्षा व्यवस्था की फिर से समीक्षा की गई है।
पहले भी दी धमकी
28 नवंबर को पन्नू ने एक वीडियो संदेश में प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह और अजीत डोभाल को राम मंदिर आने की चुनौती दी थी। उसने नक्सलियों और माओवादियों को भुवनेश्वर के मंदिरों और होटलों में छिपने की सलाह दी थी। खालिस्तानी अलगाववादी पन्नू की इस धमकी ने न केवल सुरक्षा एजेंसियों बल्कि आम जनता के बीच भी तनाव पैदा कर दिया है। पुलिस और अन्य सुरक्षा बल अब इस मामले में गहराई से जांच कर रहे हैं।