-
विपक्ष पर जमकर साधा निशाना
-
देशवासियों को गुमराह करने वाले गिरोह की सच्चाई का किया पर्दाफाश
-
योजनाओं के नाम बदलने पर बरसे
भुवनेश्वर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को भुवनेश्वर में अपने संबोधन में विपक्ष पर तीखा हमला करते हुए कहा कि कुछ राजनीतिक दल और उनके समर्थक देशवासियों को गुमराह करते आ रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि देश की आजादी से अब तक ऐसे गिरोह सक्रिय रहे हैं, जो जनता को झूठी जानकारी देकर उन्हें गुमराह करते रहे हैं, लेकिन अब उनका पर्दाफाश हो चुका है और उनकी सच्चाई सामने आ रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज तीन दिवसीय डीजी कांफ्रेंस में भाग लेने के लिए भुवनेश्वर पहुंचे। इस अवसर पर भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जो लोग सत्ता को अपना जन्मसिद्ध अधिकार मानते हैं, वे पिछले एक दशक से अधिक समय से केंद्र की सत्ता से बाहर हैं। इसी वजह से उनके मन में इतना क्रोध है कि वे देश के खिलाफ षड्यंत्र रचने में लगे हुए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने लोकतंत्र और संविधान का सम्मान करते हुए कहा कि राजनीति में विरोध की स्वाभाविकता होती है और हर राजनीतिक दल अपनी विचारधारा और नीतियों को जनता तक पहुंचाने के लिए आंदोलन करता है, लेकिन कुछ लोग ऐसे हैं जो लोकतंत्र और संविधान की मर्यादाओं को लांघने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सत्ता को अपना जन्मसिद्ध अधिकार मानने वाले कुछ लोग, जब उनकी सत्ता समाप्त होती है, तो वे अपनी नफरत और गुस्से का असर जनता पर डालने की कोशिश करते हैं।
प्रधानमंत्री ने उन नेताओं को चेतावनी दी जो लोकतंत्र को कुचलने की कोशिश कर रहे हैं और कहा कि उन्हें यह समझना चाहिए कि लोकतंत्र और संविधान की मर्यादाओं का उल्लंघन करने से देश की सुरक्षा और जनता की भलाई में कोई मदद नहीं मिल सकती।
प्रधानमंत्री ने भाजपा कार्यकर्ताओं और जागरूक नागरिकों से अपील की कि वे हमेशा सतर्क रहें और जनता को सही दिशा में जागरूक करें। उन्होंने कहा कि हमारा कर्तव्य है कि हम झूठ फैलाने वालों का सामना करें और देश की सुरक्षा और लोकतंत्र की रक्षा करें।
इस दौरान प्रधानमंत्री ने भाजपा के कार्यकर्ताओं को यह संदेश भी दिया कि उनकी पार्टी जनता के साथ हमेशा खड़ी रहेगी और उनका विश्वास किसी भी संकट में डिगने नहीं पाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान राज्य सरकार पर केंद्रीय योजनाओं के नाम बदलने का आरोप लगाते हुए इसे जनविरोधी और राजनीति से प्रेरित कदम बताया। उन्होंने कहा कि जब केंद्र सरकार ने लोगों के विकास के लिए योजनाएं बनाई, तो राज्यों की सरकार ने उन योजनाओं के नाम बदलने की कोशिश की। मोदी ने इस पर तंज करते हुए कहा कि ऐसा करने से राज्य के लोगों को किसी भी तरह का फायदा नहीं होता, बल्कि यह केवल राजनीतिक स्वार्थ को साधने का प्रयास होता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब भी कोई योजना केंद्र से आती है, तो कुछ राजनीतिक दल इसे अपने नाम से जोड़ने की कोशिश करते हैं, ताकि वे इसका श्रेय ले सकें। लेकिन ओडिशा की जनता समझ चुकी है कि यह सब केवल उनके विकास के नाम पर राजनीति की जा रही है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि केंद्र सरकार की कई योजनाओं के नाम राज्य सरकार ने बदल दिए, लेकिन उनका उद्देश्य सिर्फ योजनाओं का प्रचार और विकास था, जिसका फायदा राज्य की जनता को मिला।
उन्होंने कहा कि ओडिशा में भाजपा सरकार आने के बाद राज्य के लोगों को विकास की दिशा में बड़ा बदलाव दिखाई दे रहा है। मोदी ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार ने ओडिशा को जिस तरह से योजनाओं के जरिए मदद दी है, वह अभूतपूर्व है और इससे राज्य में हर वर्ग के लोगों को लाभ मिल रहा है।
प्रधानमंत्री ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि भाजपा के नेतृत्व में राज्य सरकार की नीतियां जनता के हित में हैं और किसी भी प्रकार की राजनीतिक स्वार्थ से मुक्त हैं। मोदी ने यह भी कहा कि जब केंद्र सरकार ओडिशा के गांव-गांव में विकास की योजना लेकर पहुंची, तो राज्य सरकार ने उनका विरोध किया, लेकिन लोगों ने उन योजनाओं को स्वीकार किया और इसका लाभ लिया।