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राज्यस्तरीय संविधान दिवस मनाया गया
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मुख्यमंत्री ने संविधान की प्रस्तावना का पाठ कराया
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लोगों से अपने मौलिक कर्तव्यों का पालन करने की अपील
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हमारा संविधान, हमारी शान पदयात्रा में एक हजार से अधिक लोग शामिल
भुवनेश्वर। आज 26 नवंबर को संविधान दिवस के अवसर पर स्थानीय एजी चौक पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होकर मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने कहा कि संविधान हमारे स्वतंत्र भारत का पवित्र ग्रंथ है। यह देश का मार्गदर्शक है और सभी कानून, नियम और व्यवस्थाओं का प्रमुख स्रोत है।
मुख्यमंत्री ने नागरिकों को संविधान के मूल्यों के प्रति जागरूक रहने और अपने-अपने मौलिक कर्तव्यों का पालन करने का आह्वान किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री और राज्य मंत्री परिषद के सदस्यों ने सबसे पहले संविधान मसौदा समिति के अध्यक्ष डॉ बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने वहां मौजूद लोगों को संविधान की प्रस्तावना का पाठ कराया।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ राजेंद्र प्रसाद, संविधान मसौदा समिति के अध्यक्ष डॉ बाबा साहेब अंबेडकर और समिति के सभी सदस्यों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि हमारा संविधान हमारे लिए एक आशीर्वाद है। यह जाति-धर्म, अमीर-गरीब, पुरुष-स्त्री सभी को समान अधिकार प्रदान करता है। इसलिए हमें संविधान निर्माताओं के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संविधान हमारे देश की एकता और अखंडता का मूल स्रोत है। इसलिए हम सभी को संविधान में निहित मौलिक कर्तव्यों का पालन करना आवश्यक है। देश की संप्रभुता, एकता और अखंडता के प्रति हर पल जागरूक रहना चाहिए।
राष्ट्रीय ध्वज और राष्ट्रगान का सम्मान करना तथा देश की विरासत की सुरक्षा के प्रति जिम्मेदार होना भी हमारा कर्तव्य है।
इसके बाद, मुख्यमंत्री के नेतृत्व में एजी चौक से कैपिटल अस्पताल तक लगभग एक हजार से अधिक लोगों ने पदयात्रा की। पदयात्रा में सभी ने उत्साहपूर्वक हमारा संविधान, हमारी शान का नारा दिया।
अन्य मंत्रियों संग सफाई अभियान में भाग लिया
इस मौके पर कैपिटल अस्पताल में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने अन्य मंत्रियों के साथ सफाई अभियान में भाग लिया। इस कार्यक्रम में विधि मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन, स्वास्थ्य मंत्री मुकेश महालिंग, खेल मंत्री सूर्यवंशी सूरज, वन एवं पर्यावरण मंत्री गणेश राम खुटिया, सहकारिता मंत्री प्रदीप बलसामंत और पूर्व मंत्री तथा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन सामल प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
जुएल ओराम और धर्मेन्द्र प्रधान ने शुभकामनाएं दी
केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने संविधान दिवस के अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि संविधान भारत की एकता, अखंडता और प्रगति का मूल आधार है। संविधान दिवस के अवसर पर, देश को एक प्रगतिशील संविधान देने वाले भारतीय संविधान के शिल्पी डॉ बाबासाहेब अम्बेडकर जी व सभी महापुरुषों को श्रद्धापूर्वक नमन करता हूँ और सभी देशवासियों को शुभकामनाएं देता हूँ। संविधान सिर्फ एक पुस्तक नहीं, बल्कि हमारे अधिकारों और कर्तव्यों का पवित्र ग्रंथ है। यह समानता, स्वतंत्रता और न्याय का आधार स्तंभ है, जो हमें एकता और अखंडता के सूत्र में बांधता है। आइए, हम सभी अपने संवैधानिक और लोकतांत्रिक मूल्यों को आत्मसात करते हुए एक बेहतर भारत के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध होकर कार्य करें।
इधर, केन्द्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री जुएल ओराम ने संविधान दिवस पर शुभकामनाएं दी है।
उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र को एकता, अखंडता, समानता एवं समरसता के सूत्र में पिरोने वाले पवित्र ग्रंथ संविधान को समर्पित संविधान दिवस की सभी देशवासियों को शुभकामनाएं।