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ओडिशा-छत्तीसगढ़ सीमा पर मुठभेड़ में एक माओवादी ढेर

  • जिला स्वैच्छिक बल का एक कमांडो घायल

  • पैर में लगी दो गोलियां

  • मालकानगिरि जिले में तलाशी अभियान के दौरान सुरक्षाबलों के साथ हुई भिड़ंत

भुवनेश्वर। ओडिशा-छत्तीसगढ़ सीमा पर मालकानगिरि जिले के एमवी-79 थाना क्षेत्र के जिनेलगुडा के पास आज सुबह सुरक्षाबलों और माओवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में एक माओवादी मारा गया, जबकि जिला स्वैच्छिक बल का एक कमांडो घायल हो गया। घायल जवान को तुरंत मालकानगिरि जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
ओडिशा पुलिस के महानिदेशक वाईबी खुरानिया ने इस मुठभेड़ की पुष्टि करते हुए बताया कि यह भिड़ंत क्षेत्र में चल रहे एक सर्च ऑपरेशन के दौरान हुई। घटनास्थल से एक शव बरामद किया गया, साथ ही 3 नाट 3 राइफल, एक कंट्री-मेड राइफल, 26 विभिन्न प्रकार के बैग और अन्य सामग्री भी मिली। ऑपरेशन अब भी जारी है।
मारे गए माओवादी की पहचान अभी तक नहीं हो पाई है और अधिकारियों ने इसकी पहचान स्थापित करने के लिए काम करना शुरू कर दिया है।
डीजी खुरानिया ने यह भी बताया कि ओडिशा, छत्तीसगढ़ और आंध्र प्रदेश की सीमाओं पर राज्य के पुलिस बलों तथा केन्द्रीय एजेंसियों  के बीच लगातार खुफिया जानकारी का आदान-प्रदान हो रहा है। ये अभियान उन क्षेत्रों पर केंद्रित हैं, जहां माओवादियों के घुसने की आशंका है।
आज राज्यभर में तीन स्थानों पर ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं और मलकानगिरी में हुई मुठभेड़ को एक महत्वपूर्ण उपलब्धि माना जा रहा है। जब डीजी से माओवादियों की संख्या के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि ऑपरेशन अभी जारी है और पूरी जानकारी ऑपरेशन टीम के वापस लौटने के बाद दी जाएगी।
खुरानिया ने माओवादियों से अपील की कि वे अपनी बंदूकें छोड़कर मुख्यधारा में शामिल हों और ओडिशा सरकार की आत्मसमर्पण नीति का लाभ उठाएं। सरकार माओवादियों को हथियार छोड़ने और समाज में पुनः एकीकृत होने के लिए प्रोत्साहित करती है।
मालकानगिरि के स्थानीय सूत्रों के अनुसार, कुछ माओवादी छत्तीसगढ़ से साबेरी नदी पार करके मालकानगिरि की ओर बढ़ रहे थे। इस सूचना के आधार पर सुरक्षाबलों ने उस क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन शुरू किया। ऑपरेशन के दौरान माओवादियों ने सुरक्षाकर्मियों पर गोलीबारी की, जिसके जवाब में जवानों ने भी फायरिंग की। इस गोलीबारी में एक माओवादी मारा गया और एक जवान घायल हुआ। गोलीबारी के बाद माओवादी घटनास्थल से भाग गए, जिसके बाद सुरक्षाबलों ने क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया।
घायल जवान की पहचान डंबुर बड़ नायक के रूप में हुई है। इनके पैरों में दो गोलियां लगीं। उनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मेडिकल सूत्रों ने बताया कि गोली जवान की जांघों को चीरती हुई निकल गई और उसकी हालत गंभीर है। साथ ही घटनास्थल से बड़ी मात्रा में माओवादी सामग्री भी बरामद की गई है। पुलिस के अनुसार, इस समूह में तीन से चार माओवादी शामिल होने का संदेह है।
माओवाद से मुक्त था मालकानगिरि
इस घटना ने चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि मालकानगिरि माओवाद से मुक्त था, लेकिन छत्तीसगढ़ के उग्रवादी एक बार फिर ओडिशा में घुसने की कोशिश कर रहे हैं। मालकानगिरि जिले को माओवादी गतिविधि का केंद्र माना जाता है, जहां राज्य बलों और विद्रोही समूहों के बीच अक्सर झड़पें होती रहती हैं।
माओवादी नेटवर्क ध्वस्त करने को प्रयास तेज
यह घटना माओवादी प्रभाव का मुकाबला करने और प्रभावित क्षेत्रों में नागरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक व्यापक सरकारी पहल का हिस्सा है। हालांकि अधिकारियों ने माओवादी नेटवर्क को ध्वस्त करने के उद्देश्य से व्यापक अभियान चलाकर प्रयास तेज़ कर दिए हैं।

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