बालेश्वर। फकीर मोहन विश्वविद्यालय के स्नातक संस्कृत विभाग द्वारा अखिल भारत अमृतवाणी सेवा संस्थान के सहयोग से 20 नवंबर से दस दिवसीय संस्कृत संचार शिविर का उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया। इस शिविर में विश्वविद्यालय के 70 से अधिक विद्यार्थियों ने पंजीकरण कराया है।
कार्यक्रम के उद्घाटनकर्ता और विश्वविद्यालय के कुलपति, प्रोफेसर संतोष कुमार त्रिपाठी ने अपने संबोधन में संस्कृत भाषा के महत्व पर जोर दिया और इसे बढ़ावा देने के लिए विभिन्न उपाय सुझाए। इस अवसर पर अखिल भारत अमृतवाणी सेवा संस्थान के निदेशक, डॉ कुमारचंद्र मिश्र ने संस्कृत को सरल भाषा बताते हुए इसके प्रचार-प्रसार के लिए अनुकूल वातावरण बनाने पर जोर दिया।
स्नातक परिषद के अध्यक्ष, प्रोफेसर भास्कर बेहेरा ने संस्कृत भाषा की वैज्ञानिक प्रकृति पर प्रकाश डालते हुए शिविर के आयोजन की सराहना की। कार्यक्रम का संचालन संस्कृत विभाग की संयोजक प्रोफेसर देबाशीष पात्रा ने किया और पिछले वर्ष आयोजित संचार शिविर की सफलता की सराहना की। धन्यवाद ज्ञापन संस्कृत विभाग के छात्र रंजीत महापात्र द्वारा दिया गया।
इस समारोह में शिविर के प्रशिक्षक जयप्रकाश शास्त्री एवं तपन कुमार पंडा के साथ-साथ अखिल भारत अमृतवाणी सेवा संस्थान के अन्य अध्यापक भी उपस्थित रहे। संस्कृत विभाग की शिक्षिका डॉ देबाशीष मिश्रा, डॉ प्रीतिरंजन माझी, डॉ देवस्मिता बारिक, तथा भाषा एवं साहित्य विभाग से डॉ शदाव आलम, डॉ सोनाली दास, डॉ प्रहलाद खिल, डॉ हेमलता बेहेरा, डॉ मोहम्मद सारिब, इप्सिता दास, डॉ सुश्री संगीता स्वाई और डॉ सौम्यरंजन पांडा समेत सभी छात्र-छात्राएं और शोधार्थी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
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