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सुप्रीम कोर्ट तक लड़ाई का ऐलान
भुवनेश्वर। धनतेरस के दिन कोरापुट जिले के जयपुर में पूरे व्यापारी समाज को झकझोर देने वाली घटना को कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने गंभीरता से लिया है और जीएसटी विभाग से पीड़ित परिवार के लिए 100 करोड़ रुपये का मुआवजा मांगा है।
धनतेरस के दिन जीएसटी के 16 अधिकारियों और 15 गनमैन की टीम की छापेमारी के दौरान एक युवा सोना व्यापारी की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने व्यापारी समुदाय के साथ खड़े होते हुए मृतक के परिवार के लिए 100 करोड़ रुपये का मुआवजा मांगने की घोषणा की है।
कैट के ओडिशा प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र कुमार गुप्ता ने इस घटना को जीएसटी अधिकारियों की बर्बरता और अव्यवस्था का नतीजा बताते हुए कहा कि अगर यह मुआवजा नहीं दिया गया तो कैट इस मामले को सुप्रीम कोर्ट तक लेकर जाएगा। उन्होंने यह भी ऐलान किया कि पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए होने वाले हर कानूनी खर्च को कैट वहन करेगा।
गुप्ता ने कहा कि जीएसटी अधिकारियों की इस तरह की कार्रवाई ने न केवल एक निर्दोष व्यापारी की जान ली है, बल्कि व्यापारिक समुदाय को असुरक्षा की भावना से भर दिया है। सरकार को यह समझना होगा कि व्यापारियों का उत्पीड़न स्वीकार्य नहीं है। पीड़ित परिवार को आर्थिक और मानसिक राहत देना सरकार की जिम्मेदारी है।
कैट ने इस घटना की निंदा करते हुए इसे प्रशासनिक लापरवाही का प्रतीक बताया। संगठन ने राज्य और केंद्र सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। गुप्ता ने कहा कि जीएसटी छापेमारी का दायरा कानून के दायरे में रहकर होना चाहिए, न कि भय और आतंक का माहौल पैदा करने के लिए।
कैट ने व्यापारी समुदाय से एकजुट रहने की अपील करते हुए कहा कि इस घटना के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा। संगठन का यह कदम व्यापारियों के अधिकारों की रक्षा और प्रशासनिक दमन के खिलाफ एक सशक्त आवाज बनेगा।
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