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बिजली के जाल में फंसकर तीन हाथियों की मौत

  • जंगली सूअर के लिए बिछाए गए थे जाल

  • रायराखोल जंगल में दर्दनाक घटना

  • जांच के आदेश, दोषियों पर सख्त कार्रवाई

संबलपुर। जिले के रायराखोल क्षेत्र में जंगली सूअरों को फंसाने के लिए बिछाए गए बिजली के जाल की चपेट में आने से तीन हाथियों, जिनमें एक बच्चा भी शामिल है, की दर्दनाक मौत हो गई। सोमवार की सुबह नक्तिदुल रेंज के जंगल में तीन हाथियों के शव पाए गए। माना जा रहा है कि जंगली सूअरों को फंसाने के लिए बिछाए गए बिजली के जाल की वजह से इनकी मौत हुई। यह घटना तब सामने आई जब स्थानीय लोगों ने शव देखे और वन विभाग को सूचना दी।
घटना की सूचना मिलते ही वन विभाग और पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई। प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) सुशांत नंद ने इसे अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए दोषियों को पकड़ने और लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है। उन्होंने बताया कि घटना की जांच के लिए जॉइंट टास्क फोर्स, डिप्टी कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट और पुलिस की टीम जुटी है। क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक (आरसीसीएफ) को जांच के आदेश दिए गए हैं और लापरवाही पाए जाने पर दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई का निर्देश दिया गया है।
तारों के संपर्क में आने की पुष्टि
पीसीसीएफ नंद ने पुष्टि की कि डिवीजनल फॉरेस्ट ऑफिसर और फील्ड स्टाफ की प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, हाथियों की मौत बिजली के तारों के संपर्क में आने से हुई। यह तार अवैध रूप से शिकारियों द्वारा लगाए गए थे, जिन्हें जंगली सूअरों को फंसाने का उद्देश्य था।
अधिकारियों की ओर से लापरवाही हुई
पीसीसीएफ नंद ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और क्षेत्र के गश्ती दल और स्थानीय वन अधिकारियों की लापरवाही को स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि यह एक दिल दहला देने वाली घटना है। मैं विनम्रता से स्वीकार करता हूं कि गश्ती दल और अधिकारियों की ओर से लापरवाही हुई। नंद ने यह भी माना कि बिजली विभाग और वन विभाग दोनों ही अधिकारियों ने अपनी जिम्मेदारियों को ठीक से निभाया, जिससे इन हाथियों की मौत हुई।
बिजली विभाग से होगी चर्चा, नई एसओपी की तैयारी
बताया गया है कि वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए बिजली विभाग के साथ बैठक कर सुरक्षित इलेक्ट्रिक फेंसिंग के उपाय खोजे जाएंगे। हाथियों के लिए विशेष गश्ती दल की निगरानी पर भी जोर देते हुए एक नई मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार की जाएगी। वन विभाग ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और सभी संबंधित पक्षों को सतर्क रहने की अपील की है।

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